My World My Thought   (Innocent_heart)
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Joined 8 September 2020


Joined 8 September 2020
7 MAY 2021 AT 23:43

आज फिर आंखों की नींद गायब है..
आज फिर आंखों की नींद गायब है
शायद वो मुझे याद कर रहा होगा...
इसी वहम में हम फिर पूरी रात जागे हैं
अब तो हाल कुछ ऐसा हो गया है जनाब
लगता है.. हम इसी के लायक हैं

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5 MAY 2021 AT 12:54

मै इक खत नही
एहसास हूं
किसीके जज़्बात की
जुबान हूं
किसीके अल्फाज की
आस हूं
किसीके सपनो की
चाह हूं
किसीके अपनो की
राज हूं
किसीके इजहार की
प्यार भरे इकराक की

मै इक खत नही
हिम्मत हूं
किसी मुसाफिर की
साहस हूं
किसी जवान की
आसरा हूं
किसी किसान की
संकल्प हूं
किसीके दृढ़ निश्चय की

मै... मै इक खत नही
उम्मीद हूं
लाखों दिल की
धड़कन हूं
हजारो दिल की
मै इक खत नही...

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15 APR 2021 AT 13:23

दोष उनके कपडो का था
दोष तो किसी की बुरी नीयत का था
गुनाह के असर तो उनपे भी दिखे थे
जिन्होंने साडी पहनी थी
या जिन्होंने जींस पेहनी थी
या फिर.. जिन्होंने फरॉक पेहनी थी

(अनुशीर्षक में पढ़े)

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12 APR 2021 AT 14:06

अपने पैरो पे जख्म होते हुए भी
हमने घुँघरूओ को पेहनना सिख लिया है

(अनुशीर्षक में पढे)

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12 MAR 2021 AT 14:34

उलझन इसकी नही की, हम कुछ कहते नही
कशमकश तो ये है की, वो कुछ समझते नही

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8 MAR 2021 AT 14:47

Don't care about
what this society says to you.
Just listen to your heart
and do whatever,
which makes you happy
Only you have the right to decide
how you want to live your life.
Don't change yourself
Just because you don't fit
in the rules set by this society.
You are beautiful in your own way
So start believing in yourself
And stop following that ridicules rules
set by our society .
Because you are just like bird
But not the one who is in the cage
You are the one who is free from the
cage of rules and living your life fully.

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17 FEB 2021 AT 19:03

दिल टुटा हमारा भी
दर्द हमे भी हुआ
माना की तुने बडे दुख सहे
पर अश्को की बरखा मेरे नैनो ने भी खुब किए

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15 FEB 2021 AT 14:34

प्यार दो शब्दों का मोहताज नही
ये इक दिन का बस कोई ताज नही
❤❤


(अनुशीर्षक में पढे)

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22 JAN 2021 AT 11:58

कुछ इस कदर समाये हो
रातो की नींद उड जाती है
तुझे याद कर....
और जैसे आँख लगती
तु सपनो मे आ जाता
मेरा ना खुद पे
ना मेरे सपनो पे जोर चलता है
रातो को सपनो मे
तो सुबह होते हवा बन
तु मुझमे समाता है

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13 JAN 2021 AT 20:06

सोच रहे थोडा खुदगर्ज बन देखते हैं
गैरो से खुब मुहब्बत कर ली अब खुद से इश्क़ कर देखते हैं

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