My Word My Quotes   (©® Ritu Yadav)
3.1k Followers · 17 Following

read more
Joined 18 December 2018


read more
Joined 18 December 2018
8 DEC 2022 AT 23:37

निगाहों_की_हया
~~~~~~~~~~~~~~~~~~~
वो ना जाने क्यों मेरे सुकून की हदें तोड़ रही है
उनकी निगाहों की हया मुझ से कुछ कह रही है

थोड़ा शर्मा रही तो थोड़ा ख़ामोशी से मुस्कुरा रही है
सुना है उनकी निगाहें मेरे मिज़ाज को आज़मा रही है

निगाहों की हया से वो ना जाने क्या-क्या पढ़ रही है
कहती तो कुछ नहीं लेकिन धीरे से शोर मचा रही है

अनगिनत ख़्वाबों ख्वाइशों से उनकी निगाहें सज रही है
कहीं ना कहीं मेरे इश्क़ की हया निगाहों में झलक रही है

-


6 DEC 2022 AT 23:45

कच्ची डोरियों से बंधना है
~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~
कच्ची डोरियों से मुझे तेरे साथ बंधना है
तेरे साथ यारियों वाला फासला भरना है

तुझे कच्ची डोरियों की कसम में बांधना है
वफ़ा की उन इनायतों में तुझे क़ैद करना है

कच्ची डोरियों की गांठ एहसासों से यूं बांधना है
रस्तों रिवाजों की यादों को इक उम्र में बांधना है

तुझे इश्क़ की हर इक नज़्म में ऐसे बांधना है
खुद में कच्ची डोरियों का वो रंग ऐसे भरना है

-


5 DEC 2022 AT 22:36

मेरे लिए उसकी फ़िक्र धीरे-धीरे बढ़ रही है
सुना है कुछ खोने ‌का डर उसे सता रहा है
~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~
~~~~~~ काव्यांजलि ~~~~~~
~~~~~~ अनुशीर्षक में पढ़िए ~~~~~~

-


3 DEC 2022 AT 23:09

काॅलेज की यादें आज भी ज़हन में क़ैद है
वो पुराने दिन ज़िंदगी की हलचल में क़ैद है
~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~
~~~~~~ काव्यांजलि ~~~~~~
~~~~~~ अनुशीर्षक में पढ़िए ~~~~~~

-


1 DEC 2022 AT 23:49

ज़माने की ख्वाहिशें मुझे ऐसे बांध रही है
अपनी हसरतों के जाल में मुझे फंसा रही है

मैं यहां किस किस के लिए मुकम्मल हो जाऊं
ये सवाल अब मुझे ज़माने में जीने नहीं देता है
~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~
~~~~~~ काव्यांजलि ~~~~~~
~~~~~~ अनुशीर्षक में पढ़िए ~~~~~~

-


9 NOV 2022 AT 21:53

हैलो दोस्तों योरकोट पे मेरा सफ़र बहुत ही खुबसूरत था। बहुत कुछ सीखने को मिला और बहुत ही अच्छे दोस्त भी मुझे योरकोट पे मिलते हैं। लेकिन मुझे अब ऐसा कुछ नहीं मिलेगा क्योंकि 01 दिसंबर 2022 से योरकोट हमेशा के लिए बंद हो जाएगा। फिलहाल हमारे पास अफ़सोस जाहिर करने के अलावा कुछ भी नहीं है । लेकिन मैं आप लोगों से चाहूंगी कि हम सब लोग एक दूसरे से मिलते जुलते रहें। जैसे योरकोट पे मिलते हैं। अपने नए नए विचारों के साथ आप सभी से अब हर रोज ऐसे ही मुलाकात होगी। ये मेरी writco id हैं "MWMQ18" link in bio और instagram I'd @my_word_my_quotes.
thank you so much yourquote & yourquote family

-


8 NOV 2022 AT 22:48

हैलो दोस्तों योरकोट पे मेरा सफ़र बहुत ही खुबसूरत था। बहुत कुछ सिखने को मिला और बहुत से अच्छे दोस्त भी मुझे योरकोट पे मिलते हैं। लेकिन मुझे अब ऐसा कुछ नहीं मिलेगा क्योंकि 01 दिसंबर 2022 से योरकोट हमेशा के लिए बंद हो जाएगा फिलहाल हमारे पास अफ़सोस जाहिर करने के अलावा कुछ भी नहीं है । लेकिन मैं आप लोगों से चाहूंगी कि हम सब लोग एक दूसरे से मिलते जुलते रहें। जैसे योरकोट पे मिलते हैं। अपने नए नए विचारों के साथ आप सभी अब हर रोज ऐसे ही मुलाकात होगी। ये मेरी Instagram id हैं "@my_word_my_quotes" link in bio और , thank you so much yourquote & yourquote family

-


7 NOV 2022 AT 22:13

अनगिनत रंगों से ख्वाहिशों के शब्द रंग रहीं हूं
शब्दों की कीमती तस्वीर धीरे - धीरे रंग रहीं हूं
~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~
~~~~~~ काव्यांजलि ~~~~~~
~~~~~~ अनुशीर्षक में पढ़िए ~~~~~~

-


6 NOV 2022 AT 22:00

दर्द के सफर में राहत की दवा तलाश रहा हूं
~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~
मैं दर्द के सफर में कुछ राहत तलाशने निकला हूं
अनगिनत जाम में ज़ख्मों की दवा तलाश रहा हूं

मैं इक दिलनशी से इश्क़ फ़रमाने ऐसे निकला हूं
अजी थोड़ा - थोड़ा अब ख़ामोश होने निकला हूं

मन के भीतर कुछ दर्द को दफ़नाकर निकला हूं
आज कल ज़माने में झूठा मुस्कुराने निकला हूं

राहतों की ख्वाहिश में कुछ दर्द को बांधकर निकला हूं
मैं हर इक शख़्स को अनजान नाम देकर निकला हूं

-


5 NOV 2022 AT 21:55

मैं शब्दों को तश्कील करना चाहती हूं
नए नए मतलबों से तराशना चाहती हूं
~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~
~~~~~~ काव्यांजलि ~~~~~~
~~~~~~ अनुशीर्षक में पढ़िए ~~~~~~

-


Fetching My Word My Quotes Quotes