हर सफ़र मे हमसफर का साथ भी हो, ज़रूरी तो नहीं। हर इश्क़ में दो जन हो, ज़रूरी तो नहीं। अब अमीर के पास हर खुशी हो, ज़रूरी तो नहीं। हर ख़ुशी की बात में सुकून हो, ज़रूरी तो नहीं॥ -
हर सफ़र मे हमसफर का साथ भी हो, ज़रूरी तो नहीं। हर इश्क़ में दो जन हो, ज़रूरी तो नहीं। अब अमीर के पास हर खुशी हो, ज़रूरी तो नहीं। हर ख़ुशी की बात में सुकून हो, ज़रूरी तो नहीं॥
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खुशियो के ढेर मे भी, क्यूँ गमो की बरसात कर देती है तू। जिसके साथ हज़ारो सपने बुने, क्यूँ उन्ही से अंजान कर देती है तू। कमाल की है ज़िंदगी तू, अपने रंग मे ढाल ही लेती है तू। कई दफा ज़िंदगी हैरान कर देती है तू॥ -
खुशियो के ढेर मे भी, क्यूँ गमो की बरसात कर देती है तू। जिसके साथ हज़ारो सपने बुने, क्यूँ उन्ही से अंजान कर देती है तू। कमाल की है ज़िंदगी तू, अपने रंग मे ढाल ही लेती है तू। कई दफा ज़िंदगी हैरान कर देती है तू॥
मानती हूँ की गलत हूँ मैं,गलती सुधारने तो दीजिये। जानती हूँ की तुम रूठे हो, एक दफ़ा मनाने तो दीजिये ॥ -
मानती हूँ की गलत हूँ मैं,गलती सुधारने तो दीजिये। जानती हूँ की तुम रूठे हो, एक दफ़ा मनाने तो दीजिये ॥
ਬੇਬੇ ਘਰ ਦਾ ਮਾਣ ਹੈ 👑ਬਾਪੂ ਚ ਵਸਦੀ ਮੇਰੀ ਜਾਨ ਹੈ❤ਹਸਦੇ ਵੱਸਦੇ ਰਹਿਣ ਦੋਵੇਂ☺ਬਸ ਰੱਬ ਤੋਂ ਏਹੀ ਅਰਦਾਸ ਹੈ🙏🏻 -
ਬੇਬੇ ਘਰ ਦਾ ਮਾਣ ਹੈ 👑ਬਾਪੂ ਚ ਵਸਦੀ ਮੇਰੀ ਜਾਨ ਹੈ❤ਹਸਦੇ ਵੱਸਦੇ ਰਹਿਣ ਦੋਵੇਂ☺ਬਸ ਰੱਬ ਤੋਂ ਏਹੀ ਅਰਦਾਸ ਹੈ🙏🏻
टूटे हुए हो, फिर भी मुस्कुरा लेते होइस रिश्ते को क्या बखूब निभा लेते हो। -
टूटे हुए हो, फिर भी मुस्कुरा लेते होइस रिश्ते को क्या बखूब निभा लेते हो।
आसमान भी कभी रोया है क्या, एक तारे के टूट जाने से । -
आसमान भी कभी रोया है क्या, एक तारे के टूट जाने से ।
ख्वाइश गुलाब की रखोगे, तो काँटों की चुभन लाज़मी है। -
ख्वाइश गुलाब की रखोगे, तो काँटों की चुभन लाज़मी है।
श्री राधा सा प्रेम निभा पाओगे क्या, प्रेम के खातिर प्रेम से ही दूर रह पाओगे क्या॥ -
श्री राधा सा प्रेम निभा पाओगे क्या, प्रेम के खातिर प्रेम से ही दूर रह पाओगे क्या॥
होंठो को मुस्कुराना सिखा दिया, आंखों कि नमीं का क्या करें॥ -
होंठो को मुस्कुराना सिखा दिया, आंखों कि नमीं का क्या करें॥
ये होंठ भी कमाल करते है, ज़रा सा छू क्या ले, खामोशी में भी बवाल करते हैं॥ -
ये होंठ भी कमाल करते है, ज़रा सा छू क्या ले, खामोशी में भी बवाल करते हैं॥