पता नहीं कब कहां और कैसे पर हां मैं तुझे फिर मिलूंगी जब होगा तु अकेला किसी सुकुन की तलाश में तब तेरे साथ आकर बैठूंगी वो सब चीजें जिनकी बाते हम किया करते हैं उन्हें देखकर तेरे चेहरे पर आई उस मुस्कान में एक याद बनकर उभरूगी Guitar की धुन से लेकर song की lyrics में मैं तुझे मिलूंगी पता नहीं कब कहां और कैसे पर हां मैं तुझे फिर मिलूंगी
बड़ा बेपरवाह सा हैं पर बहुत परवाह करता है ये दिल दिखता चुपचाप सा, तन्हा सा है पर बहुत शोर करता है ये दिल मैं परेशान हूं इससे ,जाने क्या चाहता है ये दिल लेकर बस तेरा ही नाम धड़कनों में तुझको ही पुकारता रहता है मेरा दिल
जब सब नई यादें बना रहे थे तब भी वो पुरानी यादों में खोयी हुईं थीं किसी को लगा कि वो शायद किसी से रुठी हुईं थीं तो किसी को लगा कि वो अपनी जिंदगी में रूकी हुई थी मेरे लिए वो एक पहेली सी थी हां वो मेरी सहेली थी
बहुत कुछ है आज भी तेरे मेरे दरमियां अब तु ही बता दे केसे करूं वो सब बयां कहना चाहते हैं तो कभी वक्त नहीं कभी तुम नहीं अब हम केसे मिटाएं ये आ गई है जो दूरियां