16 JUN 2020 AT 14:55

*हम नया इतिहास लिखेंगे*
नहीं पसंद बेचारगी हमको.
नहीं पसंद हमको लाचारी!!!
हम जीवन को मधुमास लिखेंगे.!!हम नया
घास की रोटी खाने की लाचारी.
वक्त के आगे हिम्मत की हारी
देशभक्तों को फाँसी पर चढ़ाकर.
सफेदपोशों की समाज के सँग गद्दारी.!!
नहीं लिखेंगे मानवता की हत्या दुखारी ..
हम दरिंदगी का नाश लिखेंगे.!! हम नया
हम लिखेंगे जीवटता की कहानी..
भागीरथ की कथा सुहानी !
सावित्री का प्रयास लिखेंगे.
प्रयत्न से काल का नाश लिखेंगे.!!हम नया
मेहनत से किस्मत है बदलती
विवेक से सारी दुनियाँ चलती
स्वयं पर जो करता विश्वास
अवसाद की पीड़ा उसे ना मिलती !!!
संबल मिले जन-जन के मन को.
शब्दों का ऐसा आख्यान लिखेंगे.!!हम नया
आतंकवाद का संहार लिखेंगे
भ्रष्टाचार का नाश लिखेंगे!!!
नारी शोषण करने वालों का
समाज से बहिष्कार लिखेंगे.. हम नया
घुटन भरा जीवन ना लिखेंगे
जिंदादिली के प्रमाण लिखेंगे
आत्महनन की ना कोई बात लिखेंगे.
मानवता पर ना आघात लिखेंगे.
हम तो नैतिकता की बात लिखेंगे.!!हम नया
शिष्टाचार का आगाज लिखेंगे..
बुजुर्गो का सम्मान लिखेंगे
संस्कृति जो सड़ रही है.
उसका पुनरुत्थान लिखेंगे!!
हम नया इतिहास लिखेंगे!!
हम नया इतिहास लिखेंगे!!
लेखिका-प्रतिभा द्विवेदी मुस्कान©
सागर मध्यप्रदेश ( 16 जून 2020 )
मेरी यह रचना पूर्णता स्वरचित मौलिक व प्रमाणिक है सर्वाधिकार सुरक्षित हैं .

- प्रतिभाद्विवेदी मुस्कान©