ख्वाब कोई भी हो हमारा,ख्वाहिश पहली तुम हो। जख्म कोई भी दे हमें,मलहम पहला तुम हो।। हाँ छुपाया है तुमसे कि इश्क़ नहीं करते। इंकार कितना भी हो हमारा,मोहब्बत पहली तुम हो।।
तेरे जाने से कोई गिला कर नहीं सकते मोहब्बत के ज़ख्म अक्सर सिला नहीं करते ।। मुझे छोड़कर तुम बातें सबसे किया करते हो और एक हम हैं जो तेरी मुलाक़ात के बाद किसी से मिला भी नहीं करते ।।