कभी मेरी मौत की खबर आए जवाब में अगर निडर मौत हो
तो रोने से पहले कारण तो तैहरवी पर श़रीख हो जाना,
मरने का कारण ज़रूर पूछ लेना, जो अगर मींचली हो आँखें
मेरा ज़नाज़ा जो निकल रहा हो हार कर हालातों से
उसमें शामिल होना है तो तुम भी आँख मुझ से मींच लेना,
या नहीं, ये सोच लेना !! कभी आए मेरी मौत की खबर आए….
मालूम कर लेना की लड़ रहा हूँ जंग हर रोज़ एक नई,
मैं ज़िंदगी से हार गया था, अगर कभी ना-उम्मीद में
या ज़िंदगी को हराते हराते लेट जाऊँ शैया पर तो कायर समझ लेना,
मेरा शरीर थक गया था, वरना कह देना दुनिया से
कभी आए मेरी मौत की खबर आए जज़्बा जनून था जी गया,
तो मरने का कारण ज़रूर पूछ लेना!! मेरी मौत पर मेरी कहानियाँ
याद करके तुम भी जी लेना
कभी आए मेरी मौत की खबर आए
तो मरने का कारण ज़रूर पूछ लेना॥
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