Muneshwer Anchal   (मुनेश्वर)
81 Followers · 12 Following

मैं एक मामूली सा ख्याल हूँ,
कभी आऊँ तो मुस्कुरा देना ।।

#Graphic_Designer
Joined 21 October 2017


मैं एक मामूली सा ख्याल हूँ,
कभी आऊँ तो मुस्कुरा देना ।।

#Graphic_Designer
Joined 21 October 2017
11 JAN 2022 AT 0:32

मैं नही जानता मैं क्यूँ लिखता हूँ,
बस ये खाली पन्ने मुझसे देखे नही जाते।

-


4 JAN 2022 AT 13:56

अब के बिछड़ गये हैं दो जिस्म तो क्या,
अभी तो दो रूहों का मिलना बाकी है।

तस्वीर बना दी मैंने उस सादे वरक पे फिर,
जो है नहीं उस परी का उतरना बाकी है।

अपनी आग पे सूरज को हो चला है गुमाँ,
स्याह रात में तारों का निकलना बाकी है।

तुमने जो देखा असल में वो नहीं देखा,
मुझ में से इक सूफ़ी निकलना बाकी है ।।

-


1 JAN 2022 AT 21:20

मेरी हर उल्फत में थोड़ी उजलत है ;
आदित्य हूं , वक्त से ढलना फितरत है ।

-


17 NOV 2021 AT 23:12

जिस नजाकत से लहरे
पैरों को छूती है,
यकीन नही होता
इन्होने कभी कश्तियाँ
डूबाई होगी ।

-


1 NOV 2021 AT 22:41

तुम हमें भूल जाने की भले ही भूल करते रहो...
हम रोज़ याद आने का बहाना तलाशते रहेंगे ।

-


22 OCT 2021 AT 8:52

बिच से टूट गया जिस्म तमाम खराशें निकली,
हमने जब खुद को तलाशा कई लाशें निकली ।

-


29 SEP 2021 AT 0:11

झुक जाऊं तेरे साजदे में तू इशारा तो कर,
तेरा मेरा हर एक अफसाना हमारा तो कर ।

-


23 SEP 2021 AT 22:05

खुली किताब थे हम,
बस अफ़सोस
अनपढ़ के हाथ थे हम ।।

-


14 SEP 2021 AT 21:49

गमों से लिपट के मैं
उससे कभी मिला नहीं ।
बरबाद उसी ने किया मुझे,
उसे भी गिला नहीं ।
कसमें, वादें और सिर्फ वो सच बोलने वाली,
ज़हर उगलती है,
फिर भी उसका गला गीला नहीं ।।

-


3 SEP 2021 AT 10:58

ख़ाली हाथों को कभी गौर से देखा है,
किस तरह लोग लकीरों से निकल जाते हैं

-


Fetching Muneshwer Anchal Quotes