कि तू सुबह घर नहीं जाएगी
वर्ना रोशनी मेरे चांद तारे चुरा ले जाएगी-
Mukesh Kumar
(Kumar)
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I always try to convey meaning in a few words.
Joined 22 January 2018
4 HOURS AGO
ज़मीर एक ऐसा पैमाना है जहाँ इंसान अपने ईमान, अच्छे और बुरे कर्मों को तोलता है।
यह दिल में छुपी हुई वह आवाज़ है जो हमें सही और गलत के बीच का फर्क बताती है।-