Mukesh Kumar   (Kumar)
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I always try to convey meaning in a few words.
Joined 22 January 2018


I always try to convey meaning in a few words.
Joined 22 January 2018
2 HOURS AGO

कि तू सुबह घर नहीं जाएगी
वर्ना रोशनी मेरे चांद तारे चुरा ले जाएगी

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4 HOURS AGO

ज़मीर एक ऐसा पैमाना है जहाँ इंसान अपने ईमान, अच्छे और बुरे कर्मों को तोलता है।
यह दिल में छुपी हुई वह आवाज़ है जो हमें सही और गलत के बीच का फर्क बताती है।

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5 SEP AT 22:55

गुरु ने जितना दण्डित किया
मैं पढ़कर उतना पंड़ित भया

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3 SEP AT 23:03

they're a my-fi connection,
and they'll never lose the wi-fi.

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3 SEP AT 21:53

मेरी समझ से परे है
किस तरह से जीते हैं लोग

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3 SEP AT 20:56

किसी में थोड़ा कहीं बेहिसाब

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2 SEP AT 22:57

एक चांद और मुठ्ठी भर सितारे
जो दुश्मन है मन के सारे

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2 SEP AT 21:02

जैसे फ़रिश्ता और उसकी अज़ान।

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31 AUG AT 23:05

दिल की दास्ता
उसे इल्म न हो
अब खुदा न खास्ता

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26 AUG AT 10:16

जिधर भी घुला
रिश्तो का मान
कौड़ियों में तुला

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