** मधुर एहसास **
आगे आने वाला शहरी जिन्दगी अत्यंत पसंदीदा क्यों न हो; लेकिन बचपन की गाँव की बेशकीमती जिन्दगी आखिरकार बेचैन कर ही देती है!
Miss u "जिन्दगी "-
"कड़वा सत्य "
कल के लिए पैसे जोड़ो, लेकिन जीन्दगी की खुशियों पर क़ीमत लगाकर नहीं!-
"कड़वा सत्य "
एक मूर्ख घमंडी हो ,ज़रूरी नहीं;
लेकिन हर घमंडी मूर्ख होता है, यह चिरंजीवी सत्य है!-
"मधुर एहसास "
जीवन में वही रिश्ता लंबे समय तक चलता है, जिस रिश्ते का कोई समाजिक व सम्मानीय नाम हो!!-
"जय झारखण्ड "
नाय कोन्हो नेता; नाय कोन्हो पाटी!
सोबसे पैहले; झारखण्डेक माटी!
लायन में आव जल्दी; हेमु मुखिया
नाय तो देबो आब; तोरे काटी!
आब नाय कोन्हो जायत आर नाय कोन्हो पायत,
मिलींकुने मारबो आब तोरा लायत!
जायग गेलियो हामनी 22 साल बादे;
आब तो 32 के भी हिसाब-किताब लेबो!
नाय मानबे तो; हामनी तोरा लायत,जूता आर मुक्का देबो!
काहे कि नाय कोन्हो नेता; आर नाय कोन्हो पाटी ,
सोबसे पैहले; आब झारखण्डेक माटी!-
!!आब नाय मानबो!!
हामनी झारखण्ड रायजेक लाल
झारखण्ड रायजेक ऐसन लाल ;
हामनीक संसकृति के छेड़कूने
बनवोले हेमू सरकार तोय
हामनीके आपन काल!
सत्ता हासिल कैर लेले
पिन्धीकूने गिरगिटीक छाल!
आपन सम्मान बेचीकूने
बने खोजें हैं मालामाल!
लेकिन हामनीयो आब नाय मानबो
आर आपन भेष-भूषा आर सम्मान बचवे खातिर
तोरे खाली नाय, अपितु सब गद्दार के बैन जिबो महाकाल!!
!!जय झारखण्ड !! जोहार झारखण्ड !!-
!!मधुर एहसास!!
दादा जी की दुनिया में शायद "गोस्वामी " एक सम्मान था!
पिता की बनायी दुनिया में पाया ,"गोस्वामी "हमारा अभिमान था!
लेकिन, हमारी नयी पीढ़ी की दुनिया ने पाया "गोस्वामी " सिर्फ एक नाम है!
परन्तु, आज हमारी एक जुटता को महसूस कर पाया, "गोस्वामी " ही हमारी पहचान है; और यही हमारी वास्तविक नाम,अभिमान व सम्मान है!!
!!हर-हर महादेव!!-
"कड़वा सत्य "
ख़ुद को पढ़ता हूँ;
और यूँही छोड़ देता हूँ!
एक पन्ना जिन्दगी का;
मैं हर रोज़ मोड़ देता हूँ!!-
"कड़वा सत्य "
एक ख़ानदानी पैदाइश से बड़ी एक अच्छी परवरिश होती है!-
"मधुर एहसास "
प्यार अगर मंज़िल हो; तो सफ़र दोस्ती का होना अतिआवश्यक है!!-