दूर किसी साहिल से आगे,
बहुत आगे जाना है तुम्हें
मामूली हैं ये लोग,
मामूली इनकी बातें
कहाँ जाना है उसको सोचो,
दूर उस ओर है तुम्हारी मंज़िल
खून पसीना चाहे बहे,
वहीं दूर तुम्हें लहराना है
आज जो तुमको ज़िद्दी, पागल कहते हैं,
कल तुम्हारे जुनून को सलाम करके जाएँगे
ये लोग हैं जनाब ये तो कुछ भी कहते जाएँगे,
ये लोग हैं जनाब ये तो कहते ही रह जाएँगे
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