"हम ...सोचते बहुत है
और
महसूस बहुत कम करते है "-
हो सकता है दूसरे प्रेमियों की तरह..
मैं तुमको बार बार गुलाब न दूँ ... ,
पर मुझ पर ये यकीन करना मेरे प्रिय!!
मैं तुम्हारा हर कदम पर साथ जरूर दूंगा ।।-
अपनी अनगढ़ भवनाओं को
किसी के साथ बांट कर ,
हम अपने मन के साथ
सबसे बड़ा अपराध करते है ।
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" जब महंगे तोहफों की जगह
अचार औऱ चायपत्ती जैसी चीजों का
आदान-प्रदान होने लगे तो , समझिए
" ....प्रेम ..."💝
अपनी सर्वोच्च स्थिति में है ।
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"...बुरे वक्त में हंसने वाले अक्सर भूल जाते है कि वक्त की सबसे बड़ी खासियत ये होती है वक्त बदलता जरूर है ।
लेकिन तब आपकी हंसी गूंजती रह जाती है।
पर यकीन रखिये आपके बुरे वक्त में आपका मजाक नहीं आपका साथ दूंगा .."-
यही दुनियाँ है साहब !!यँहा
आपकी खुशियां
लोगों को खरीदी हुई औऱ
आपके दर्द
बनावटी ही लगेंगे ।।।
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मैं ..!
बाटूंगा "तुम से " ...
अपनी हर खुशी, हर सुख और हर हर्षित पल को
लेकिन
मैं
नही बांट सकता तुम से
अपनी पीड़ा , अपना दुःख और अपनी उदासी के पल ।।।
तुम सहभागी हो मेरी उमंगों /मेरे सपनो के ...
पर मेरी उलझने / असफलताएँ ....
मेरी व्यग्तिगत पूंजी है ।-
" शोर..!!
से भरे इस शहर में अब
शांति महज तुम्हारे स्वर में है .."-
तुम्हे याद है ?
तुमने भेजी थी अपने शहर से
एक इत्र को बोतल..!
बस तब से मेरे लिए तुम्हारे शहर की पहचान वही छोटी सी इतर की बोतल से ही है।
कितनी अजब बात है तुम्हारा बड़ा सा शहर मेरे लिए इस नन्ही सी बोतल में कैद है ?
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" आजकल ठीक वैसे ही , उलझी है ये दुनियां ,
जैसे उलझता हूँ मैं , हर बार..
तुम्हारे इक छोटे से "..... हम्म " में "
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