मेरे जीवन के दो मूल सिद्धांत है
" पहला मैं अपने शारीरिक सुख के लिए किसी स्त्री का उपयोग न करूँ ..
औऱ दूसरा मैं अपने आर्थिक सुख के लिए किसी ब्यक्ति का
उपयोग न करूँ "-
प्रिय पुरुष !
" तुम मोटे हो जाओ,
तुम्हारे बाल उड़ जायें,
और तुम भद्दे दिखने लगो
ताकि कोई और चुड़ैल तुम्हें देखे भी नहीं "
ये बात सच्चे प्रेम में पड़ी एक स्त्री ही कह सकती है अपने पसंदीदा पुरुष से।
इस लिए कभी खोना नही ऐसी स्त्री को ..
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" प्रेम में चाँद तारे टूटे न टूटे ,
लेकिन तुम्हे ऐसा प्रेम करूँगा कि
प्रेम से तुम्हारा भरोसा कभी नही टूटेगा। "-
जो लोग ये समझ नहीं पाते कि औरत क्या चीज़ है ?
उन्हें पहले ये समझने की ज़रूरत है कि
औरत
चीज़ नहीं है!
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अब मन
धीमें धीमें अब उस श्मशान घाट की तरह होता जा रहा है ,
जिसने अपने सीने मे लाखो जलती चिताओं का
ताप सहा है ।
..और जिसके पास समाधान के लिए सिवाय कसैले धुएं के अतिरिक्त कुछ भी नहीं ।
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"...बर्तन खाली हो तो ये हरदम ये मत सोचना कि
ये कुछ मांगने ही चला है..
हो सकता है वो सब कुछ
बांट आया हो ..."-
" ..पता नही कितनी सारी चीजें है , जिनका हम कुछ भी नही कर सकते।
बस मूक दर्शक बन देखते रह सकते है।
सब होता हुआ ...सब घटता हुआ ।
धीरे धीरे.."-
" ..तो फिर बताइये
2024 में आपने मुझे जितना जाना है , अच्छा / बुरा कुछ भी ..उस आधार पर आप मुझे कैसे परिभाषित करेंगे ? "-