वो एक समुंदर खंगालने में लगे हुए है..
वो एक समुंदर खंगालने में लगे हुए है...
हमारी कमियाँ निकालने में लगे हुए हैं..
वो जिनकी लंगोटियों तक फटी हुईं हैं
वो जिनकी लंगोटियों तक फटी हुईं हैं
हमारी पगड़ी उछालने में लगे हुए है ।।-
फिर न जाने किधर गये मुझमें !
मैंने चाहा था ज़ख़्म भर जायें,
ज़ख़्म... read more
कर दो मेरा नाम खराब,
छांट दो मेरे पंख...😕
हम अपनी मर्जी से जीनेवाले है🙂
कर सके तो कर लो...
जो करना है ।।😎-
जग फार मतलबी आहे रे..!!
सोबत कोण राहणार...
फ्री मध्ये इथे कफन मिळत नाही,
तर दुःखा वीणा प्रेम कोण देणार...-
हमारा "स्वाभिमान" अगर
किसी को 'अभिमान' लग रहा हैं,
तो उसे बिलकुल लगने दिजिए...!!!-
किसी की जीने की उम्मीद जगाकर😊
उस उम्मीद को बुरी तरहसे तोड़ देना,😓
उसकी जान लेने के समान ही होता हैं ।।😞-
चिपकी पड़ी हैं, कुछ मोम की बूंदें
उस पुरानी मैज पर ।🕯️
कौन केहता हैं,
कहानियाँ सिर्फ किताबों में होती हैं।।📖-
दहीहंडी
वर्षातला असा एक आणि
एकच दिवस,
जेव्हा एक मराठी माणूस दुसऱ्या
मराठी माणसाला
वर जायला प्रामाणिकपणे
मदत करतो..😎-
चुभ जाती हैं बातें कभी कभी...
लहजें मार जाते है।😕
यें जिंदगी हैं यहां हम गैरों से नहीं
अपनों से हार जातें हैं।।😞-
अफीम जैसी 👁️आँखे,👁️
लाल गाल,
शराबी लब,
खुदा ही जाने
नशे में तुम हो
या तुम मे ही नशा हैं...!!!-