मैंने खुदकों खुदसे बर्बाद करके जाना
अच्छा नहीं होता जिन्दा रहते मर जाना,,-
𝓐𝓵𝓱𝓪𝓶𝓭𝓾𝓵𝓲𝓵𝓵𝓪𝓱 𝓯𝓸𝓻 𝓮𝓿𝓮𝓻𝔂𝓽𝓱𝓲𝓷𝓰❣️
𝐀𝐥𝐨𝐧𝐞 𝐥𝐢𝐟𝐞 ... read more
अच्छा हुआ की" खुदा ने जन्नत बना दि
वर्ना हम तों बिना ख्वाहिशों के ही मर जाते,,-
उनकी महफ़िलो में चलती है गीबते गुफ़्तगू हमारी
और चाहत रखते है हम उनके साथ बा वफ़ा रहे,,-
ज़िन्दगी की कैफियत बदलती रही
जिस्म जलता रहा मौत टहलती रही
जख्म देने वालों ने रहम ना किया
जिस्म जिन्दा रहा रूह घुटती रही
जवानी ने भी क्या सितम ढा दिया
जर्रे जर्रे होकर खुद में सिकुड़ने लगी
और गली गली रुस्वा हुए इस तरह
रूह मौत की फरियाद करने लगी
फिर मालूम हुआ खुदखुशी है हराम
तों रूह भी तौबा करने लगी
फिर खुदसे मैं रूठा" तो मिला इस तरह
की खुद से मिले एक मुद्दत हुई,,-
इंसान कों उसके बुरे वक़्त से ज्यादा
औरों की फितरत मार देती है,,-
अपनों का दिया जख्म तब तक जहर लगता है
ज़ब तक हम उन्हें अपना समझते है,,-
इश्क तो हम दुबारा कर लेते
तेरे बाद हम तन्हा गुज़ारा कर लेते
ये दिल है जो फकत तेरे लिए धड़कता है
वर्ना तेरे ही सामने तुझसे किनारा कर लेते,,-
लड़कियों के अक़्ल की पहली सीढ़ी हों तुम
मेरी बहन तुम नये दौर की" पुरानी वाली पीढ़ी हों तुम 🤪-
कुछ यूँ रही कहानी मेरी
बेबस रही नादानी मेरी
तन्हा कटी जिंदगानी मेरी
जिन्दा रहा मैं मर गयी जवानी मेरी,,-