Aasma ke sitaro sang ...
Jami pe beta chand bhi dekh pa raha hu....
Safar hai mera ,
Magar tumhe bhi sang dekh pa raha hu...!!
-
अदब तो देखो अंगार की,
बुझे तो शायर-ए-परवरदिगार हो गए!
Insta id:- ... read more
नायाब नजरों के लिए क्या कहूं,
जिनके लबों पे तिल हों,
उनकी खूबसूरती मे, में क्या कहूं...!
अंधेरी रात का आफताब लगती हो..
तुम मेरी महताब सी लगती हों...!!
-
वीरान ऐ सड़क पर रौनक आ गई हैं !
लगता है उनके आने से,
शहर में रौनक आ गई हैं !!
-
गुलज़ार कि गजलें पढ़ते हैं
एक बार फ़िर प्यार करते हैं।
पिछली बार तो गलती कि थी,
चलो एक बार और प्यार करते हैं।।-
जिस किनारे से कस्ती की शुरुवात हुईं थी...
एक अरसे से उसी किनारे पर कोई हलचल न हुई...
हर कस्ती की डगर बदल गईं,
जब से वो किसी सफ़र में निकल गईं ...— % &-
सहरा-नवर्द हों गईं हैं ज़िंदगी
रास्ते हर तरफ़ है
मगर मंज़िल कहीं नहीं।।— % &-
जिस्म से रूह निकल कर, उस पाक रूह में जा मिली
जिसे जमाना कहता हैं आशिकी मिली...— % &-
फूल गुलाब का हो या गजरा मोहब्बत का
उसे देने की चाहत हमेशा होनी चाहिए
यह जमाना बड़ा जालिम हैं जनाब
हर वक्त मोहब्बत होनी चाहिए
— % &-