बह्र- 2122/2122/2122/212
ऐ गुजरते वक्त अब तू जुल्म ढाना बंद कर
भूल जाने दे उसे अब याद आना बंद कर
-शौक़ीन शायर©- ✍️Monu Gaur©
14 OCT 2019 AT 17:05
बह्र- 2122/2122/2122/212
ऐ गुजरते वक्त अब तू जुल्म ढाना बंद कर
भूल जाने दे उसे अब याद आना बंद कर
-शौक़ीन शायर©- ✍️Monu Gaur©