बकरियों की खेती,रास नहीं आ रही
चलो अब हाथी का बच्चा पालते हैं-
Monu Gaur
(✍️Monu Gaur©)
147 Followers · 130 Following
चाह:एक युवा मन
चाहत है मेरी -
किन्हीं सूखे लवों की
मुस्कान बन पाऊँ
किन्हीं सँकरी सी आँखों का... read more
चाहत है मेरी -
किन्हीं सूखे लवों की
मुस्कान बन पाऊँ
किन्हीं सँकरी सी आँखों का... read more
Joined 12 February 2018
14 DEC 2023 AT 22:22
उम्र भर जो बना रहा साया
उसपे किसी को तरस ना आया
वो घर से तो निकलता मगर
कभी बाहर नहीं निकल पाया-
2 AUG 2019 AT 20:55
गर वक़्त,नीयत और तरीका सही हो,तो
यकीं मानिये,इश्क करना बुरी बात नहीं है-
16 SEP 2020 AT 16:40
कंकड मार,मैं देख चुका हूँ।
ताल,समंदर देख चुका हूँ।।
कपडे भीतर नंगी है ये।
सारी दुनियाँ देख चुका हूँ।।-
1 SEP 2020 AT 23:44
लोकतंत्र! जनता मालिक है,और अब ठन सकती है।
गर त्रस्त हुई तो आक्रांत रणचण्डी भी बन सकती है।
हे सत्ता के मतवालों! जनता तुम को गर चुन सकती है।
मत भूलों पानी पार गया तो खींच खींच धुन सकती है।
-