بھلا دینا ھے اسکو ،
جو اپنا ھے مگر بیگانا سا لگتا ھے!-
☆WRITER,BOOK READER,POLITICIAN, TRAVELLER.
☆PEN IS MY... read more
क्या मिल गया तुझको जंजिरे रफाक़त तोड़ के,
मै भि तन्हा तु भि तन्हा और तमाशाई बहुत।-
नही है जन्नत की तलब मुझको,
तु जहन्नुम नाम मेरे कर।
है मायुस मासुमों के आँखों में खुन का कतरा,
कोइ एक नेकी हो मौला अगर मेरे हिस्से में,
इस बदल में तु सिरिया में मोनिस पैदा कर-
यदी जित निश्चित हो तो डरपोक भी लड सकता है,
लेकिन बहादुर वह होता है जो हार निश्चित होने के बावजुद भी लडने की हिम्मत रखता है।-
खामोशियाँ कर दें बयान तो अलग बात है,
कुछ दर्द हैं जो लफ्जों में उतारे नहीं जाते…
चाहा था मुक्कमल हो मेरे गम की कहानी, मैं लिख ना सका कुछ भी, तेरे नाम से आगे !!-
ये पेड़ ये पत्ते ये शाखें भी परेशान हो जाएं !
अगर परिंदे भी हिन्दू और मुस्लमान हो जाएं !!
न मस्जिद को जानते हैं , न शिवालों को जानते हैं ;
जो भूखे पेट होते हैं, वो सिर्फ निवालों को जानते हैं !!
मेरा यही अंदाज ज़माने को खलता है.
की मेरा चिराग हवा के खिलाफ क्यों जलता है ;
में अमन पसंद हूँ, मेरे शहर में दंगा मत रहने दो !!
लाल और हरे में मत बांटो,
मेरी छत पर तिरंगा रहने दो !-
मूझ से अपने किये वादे को समझता क्यों नहीं?
अगर इश्क में गलती मेरी है तो बताता क्यों नहीं?-
If the world was black and white.
Who would have cared fair & lovely creams?-
बहूत लोग बताते हैं मुझे जिंदगी जिने का सलिका,
मगर उन्हें क्या पता कि मैं घर का शोहरत, माँ -बाप का गुरुर और खुद के कुछ ख्वाब सजाने में लगा हुँ,
वरन् हमें भि मालूम है जिंदगी जिने का तरिका।-