ए परेशानी मुझे रंज है तेरे सुकून से तेरे हंसने के जुनून से तेरी ठहरने की आदत से तेरी आंसुओं की चाहत से क्योंकि मैं अब चाहता हूंँ हंसना चाहता तुझसे बचना सुकून से मुस्कुराना उसकी बाहों में ठहर जाना
नीला चश्मा खुशफहमी का आंखों पर चढ़ाया है जलते तपते पथ को ऐसे शीतल बनाया है आसमान से धरती तक सब एक रंग सजाया है खुश रहने का अंतरमन ने यही रास्ता सुझाया है