भारत वर्ष की विवधता में एकता आज एक उत्कृष्ट उदाहरण देती हैं। सभी प्रांतों के भिन्न भिन्न पर्व नव वर्ष के आगमन की सूचना देती हैं। अनमोल हैं ये संस्कृति की विरासत जीवन को जो उत्सव मनाने का संकेत देती हैं।
मां एक मां ही होती हैं जो निस्वार्थ तुम्हारे लिए दिन रात प्रार्थना करती हैं तुम्हारी खुशी में सबसे ज्यादा ख़ुश और दुःख में सबसे ज्यादा दुखी समझ में तब आयेगा जब वो नहीं होगी।
लोग अधिकतर समय फोन पर व्यस्त हैं। बात नही करते किसी से लेकिन हर ख़बर की सबको ख़बर हैं। इशारे हैं अब नए तरह के समझने वाले समझ जाए बोल सकने वाले भी मौन हैं।