कुछ अजीब सी है ज़िन्दगी...
कभी हसाँएगी कभी रूलाएगी।।
कभी खुशियों का पिटारा देगी...
तो कभी ग़म के बादल बरसाएगी।।
ना जाने क्यों इतनी अजीब सी है ज़िन्दगी।।
किसी को मान लो अपना...
ज़िन्दगी उसी की असलियत दिखाएगी।।
कुछ अनजानो से फिर मिलाएगी...
ना जाने क्यों इतनी अजीब सी हैं ज़िन्दगी।।
क्या गलत हैं क्या सही...
सब कुछ ही तो समझाएगी ज़िन्दगी।।
ना जाने क्यों इतनी अजीब सी हैं ज़िन्दगी...
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मत कर बात इश्क़ की
ये इश्क़ सताता बहुत हैं
पहले हँसाएगा...
जन्नत दिखाएगा...
फिर बाद में रुलाता
बहुत हैं।।-
बदले हुऐ से लोग यहाँ
बदल गया ज़मान क्यों।।
साथ छोड़ना हैं तो छोड़ दे
ये मजबूरी का बहाना क्यों।।🍂💔-
थोड़ा बहुत ख्याल
तु खुद का रख।।
अपने सपनो को उड़ान दे
अपने जज़्बे को परख।।
खोल कर पंख अपने उड़ जा
आसमान की बुलन्दियो को चख।।
थोड़ा बहुत ख्याल
तु खुद का रख।।-
वो वादे कर मुकर गये
कुछ सपने थे जो बिखर गये
जो दिल में थे कभी
अब नज़रो से वो उतर गये
ज़िन्दगी की तलाश में हम
अपनी खुशियाँ ही निगल गये
जो साथ देने वाले थे ज़िन्दगी भर
वो कुछ दुर साथ चले
फिर हमसे आगे निकल गये
हाथ थामा, दिलासा दिया
उम्मीद का चिराग जलाकर
वो कुछ ही पल में बदल गये
हाँ ज़िन्दगी की तलाश में
हम अपनी खुशियाँ निगल गये।।-
वो दुनिया भर की खबर रखता हैं।।
मेरे दिल में क्या हैं...
इस बात की कहा खबर रखता हैं।।
वो गुज़रे जिस राह से...
वहाँ कत्ल ए आम होते हैं।।
वो पसन्द हैं मेरी...
ऐसी कातिल नज़र रखता हैं।।-
दिल नहीं भरता उनसे...
चाहे बातें हज़ार हो।।
हाथों में बस उनका हाथ हो...
फिर लगता हैं ऐसे...
जैसे सारी कायनात,
हमारे साथ हो।।
दिन आसानी से गुज़र जाता हैं...
गर दिन में एक बार उनका दीदार हो।।-
जिनके सपनो में जान हो।।
जीतने की ज़िद हो...
आसमान को छुने का अरमान हो।।
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कोई जलता चिराग हो तुम
या कोई सुन्दर ख्वाब हो तुम।।
मेरी धडकनो का धोखा या
कोई मिठा एहसास हो तुम।।
नज़रो से दुर लगते हो मगर
दिल के बहुत पास हो तुम।।
सच बोलु तो, मेरी ज़िन्दगी का
किस्सा लाजवाब हो तुम।।-