ना हो मायूस तुम अभी इतनी जल्दी
कि जिंदगी के इम्तेहान अभी बाकी हैं,
हो कर परेसान तु बैठा है क्यों बन्दे
कि खुद को खुद से साबित करना अभी बाकी है।
रास्ते लंबे हैं तो क्या हुआ
मंज़िल आसानी से यू मिलती नहीं,
ठोकरें ना मिले जब तक रास्तों में
किस्मत भी घुटने टेकते नहीं।
ना डरो तुम हर बार गिरने से
कि ठोकरे मिलनी अभी बाकी हैं,
रास्ते लंबे हैं तो क्या हुआ
तेरा मंजिल तक पहुंचना अभी बाकी है।
रूठ गए सपने तो क्या हुआ,
टूट गई उम्मीदे तो क्या हुआ,
पूरी ना हुयी ख्वाहिशें तो क्या हुआ,
इन सपनों के, इन उम्मीदों के, इन ख्वाहिशों का
टूटना अभी बाकी है,
ना हो मायूस तुम अभी इतनी जल्दी
कि जिंदगी के इम्तेहान अभी और भी बाकी हैं।
मत सौंप तु अपनी खुशियो को
किसी और के हांथों में,
तु खुद को खुश रख ले बस इतना ही काफी है।
मत करो उम्मीद किसी के लौट आने का,
ना करो गम किसी के दूर चले जाने का
तुम हो ना खुद के संग बस इतना ही तो काफी है
ना हो मायूस तुम अभी इतनी जल्दी
कि जिंदगी के इम्तेहान अभी और भी बाकी हैं।— % &— % &
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