सवालों की लंबी फेहरिस्त में,
अपेक्षाओं के जंगल में ,
तुम्हारे अहं की अंतहीन किस्त में ।
तुम पांव में बेड़ियां बांधते रहे,
मन आकाश के रास्ते हो लिया ।
मुझ पर अधिकार जमाने की चाहत में,
देखो, तुमने मुझ को खो दिया।
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Author of the book MELANGE -THE POTPOURRI OF EMOTIONS
Inviting you all to be co-author of an anthology based on hope and positivity.
Every co-aurhor will get 5 pages in book, a hard copy of book, a hard copy of certificate and a medal .
Contribution : 600/-
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हर ख्वाब छुपा कर मत रखना
जी लेना जरा खुद के भी लिए
औरों पे गंवा के मत रखना
तू खास है ये भी याद रहे
सांसें हैं मिली अपने भी लिए
तू रख गुल्लक में कुछ लम्हे
कर खर्च उन्हें अपने ही लिए
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दिल किसका तोड़ के आए हो
सुनो ! मेरा नाम ना लेना
फिर से ले जाएगा दिल को मेरे
तेरे होंठों से मेरा नाम यूँ लेना-
अल्प-स्थायी है रंग रूप ये
हो सके तो अपना किरदार महकाओ
मानवता का ओढ़ो आवरण
है सच्चा श्रृंगार यही बस
सदाचार और सही आचरण-
तेरी रूह की ख़ुशबू
महफ़ूज़ है दिल में मेरे
तुझे पाने की आरज़ू
आँखों के कोरों पे सम्भाल रखा
है तेरी यादों को हम ने
गिरने नहीं देते हैं उनसे
तुझे पाने की जुस्तजू-
आसमाँ छूने के काबिल
ज़िंदगी की जंग लड़ने को
हर इक इँसा के मुक़ाबिल
हाँ जब चमकते हैं हम
अर्श पर चाँद के जैसे
नहीं भूले हमारा आफ़ताब आप ही तो हैं
ये जो रोशनी मिली, हम को मिली ऐसे-
बस आज का प्रतिबिम्ब है
बीत जाता है तो बात जाती है
आने वाला है तो आज का स्तम्भ है-