जीवन में पाना कुछ
भी कठिन नहीं है,
कठिन होता हैं
जो मिला हैं
उसे संभाल कर रखना
जैसे प्रकृति में
चाहना कठिन नहीं है
कुछ भी
कठिन तो हैं
बस चाहते रहना.....-
सुनो,,,
थोड़ा सा वक्त मिलेगा क्या तुम्हरा मुझे
पूरा दिन नहीं बस कुछ ही पल दोगे क्या
तुम्हारी जिंदगी का सारा समय नहीं मांग रही हूं
बस मन हैं की इन पलों में अपना सुकून ढूंढ सकूं
और तुम्हें तो पता हैं तुम्हारी आवाज़ ही
मेरे सुकून की वजह हैं बिना कुछ दिए
ऐसा बेशकीमती तोहफ़ा जिसकी कोई कीमत नहीं
तुम्हारी आंखों को जब मैं देखती हूं
तो बिना बोले ही बहुत कुछ महसूस कर लेती हूं
थोड़े से तुम्हारे पल इसीलिए मांग रही हूं
ताकि अपने सारे दिन की थकान भूल कर
महसूस कर सकूं ख़ुद को तुम्हारी मौजूदगी में ,,,
तुम्हरा समय सिर्फ़ मेरी ज़रूरत नहीं मेरा भरोसा हैं
और अभिमान है कि किसी के संसार में
थोड़ी सी जगह तो मेरी हैं
क्योंकि कभी कभी सिर्फ़ साथ बैठ जाने से ही
हज़ारों अनकही बातों का जवाब मिल जाता हैं
तुम्हरा साथ भी वैसा ही हैं मेरे जीवन में
तो बताए आपका थोड़ा सा वक्त मिलेगा क्या मुझे .....-
स्वीकार किया मैंने
भाग्य को
जो मिला उसको बेशकीमती
तोहफ़ा समझा प्रकृति का
शिकायतें नहीं की
ना ही करूंगी
क्योंकि मैं...
संतुष्ट हूं स्वयं से
बेहतरीन तो नहीं हु
ये जानती हूँ
इस संसार से
मैं मीलों दूर सही
पर मेरे इस जहां में
सुकून बहुत हैं
क्योंकि
उम्मीदों का दरवाज़ा
मैं बंद कर चुकी हूं ....!-
तुम्हारी जो बातें है तुम्हारे पास, बस मेरा हृदय हमेशा सुनना चाहता हैं तुम्हारी कहानी,,,,
वो कहानी नहीं वो पल हैं तुम्हारे जीवन के जिनको में कभी तुम्हारे साथ तो जी नहीं पाई पर चाहती हूं उनको सुनना ताकि वो पल आज भी तुम्हारे साथ जी पाऊं
तुम बोलोगे कितनी स्वार्थी हू ना मैं कभी कभी लगता है बस यूं ही तुम्हें सुनती रहूं और शून्य हो जाऊ जैसे तुम मैं हु और ये कहानी मेरी ही हो जब तुम सुबह तुम नींद में होते हो न तो लगता हैं तुम कब जाग जाओ और मैं तुम्हें सुन सकूं क्योंकि तुम्हरा यूं चुप रहना शायद मेरे भीतर ही कई शोर शुरू कर देता हैं,,,,,,
सुनो तुमसे बात करना तुम्हें सुनना बहुत सुखद अहसास देता है मुझे और तुम्हारा मुस्कुराना दुनिया के तमाम नज़ारों से ज्यादा प्रिय है मुझे ।
30/july/2k25-
कभी कभी कुछ रातें इतनी अंधेरी सी होती हैं
जैसे रात नहीं बस अधेरा हैं चारों ओर
सुबह का इंतजार में जैसे सालों लगने वाले हों
शायद इसलिए आसमान में इतने तारे होते हैं
जब हमे इन अधेरो से डर लगने लगे
जब हमे लगने लगे कोई तो हमारे साथ हैं
जब हमारे पास कोई हों सुनने वाला
हम किसी को कह सके अपना
कोई ऐसा जो हमे देखे
ताकि हम सुना सके अनगिनत कहानियां
ऐसे अनगिनत तारे आसमान में जगमगाते रहते हैं
जिसे मैं हक से अपना बोल देती हू
और गुजार देती हूं ऐसे कई रातें
जिनमे जिक्र होता हैं
उनको जो कभी बापस नहीं आयेगे ...........-
कभी कभी
ठहरना भी
बेहद खूबसूरत
होता हैं
जैसे बारिश
की बूंदो
का इस
फूल पर ........-
आज हम update वाली दुनियां में
Just चाहिए हमे सब कुछ
Capture वाले दौर में सबर जैसे खत्म हों गया हैं
Replacement पहले हम चीजों का किया करते थे
आज कल तो लोग अपने साथ कई option लिए चल रहे हैं
........................
क्या हम बकाई बदल पाएंगे emotions को
या हम पहले से ही तैयार हैं
उस Change के लिए जो हमारे साथ होने वाला हैं
अगर यैसा हैं तो आज हम उनके साथ क्यो हैं
जबकि कल वो किसी और की life का हिस्सा होंगे
हमारे अपने होने के बाद भी बस आज नाम के कुछ अपने हैं
तमाम अफलताओ के बाद भी सफलता का ना मिलना
दुनिया में किसी आपदा से कम नहीं
किसी व्यक्ति के साथ एक लंबी अवधि से जुड़े रहने के बाद
उसका अचानक बदल जाना
क्या बकाई भावनाओ को बदला जा सकता हैं
शायद नहीं कभी नहीं ........-
तुमसे मैंने कभी ईर्ष्या या
मुक़ाबला नहीं किया
ना ही इनका कोई स्थान
रहा मेरे जीवन में
तुमसे लड़ने के बाद
हार जानें में जो मज़ा हैं
उस बात की प्रसन्नता
की कोई बराबरी नहीं
क्योंकि मुझे मेरी जीत
उतनी पसंद नहीं
जितनी खुशी होती हैं
तुम्हें प्रमोद में देखकर-
तुम्हारे जानें के बाद.
मैं शायद मैं भी नहीं रहा अब मैं अक्सर चुप रहता हूँ,
इसलिए नहीं कि मुझे तुम्हारी याद नहीं आती,
बस अब मैं तुम्हें याद करना नहीं चाहता
वो इसलिए की अगर एक बार तुम्हारा ज़िक्र छेड़ दूँ,
तो शायद मैं फिर ख़ुद को रोक नहीं पाता
यूं तो आज कल मैंने तुम्हारी तस्वीरों को भी निहारना बंद कर दिया
ताकि अब तुम्हें मैं तुम्हारी दुनिया के लिए आज़ाद कर सकूं
तुम भी एक नई दुनिया बसा सको
यू तो तुमने कहा था वापस पीछे मुड़ कर देखोगी नहीं
बखूबी निभाया भी कुछ लोग समझते हैं कि मैंने तुम्हें भुला दिया है
पर उन्हें यह नहीं पता की ,भूलने के लिए भुलाना ज़रूरी नहीं होता
कभी-कभी कुछ यादें खुद ही इंसान की देह का हिस्सा बन जाती हैं
तुम तो मेरे जीवन का वो हिस्सा हों जिसे मैं चाह कर भी भुला नहीं सकता
कई बार दिल तो मेरा करता है फिर से तुम्हरा दी हुई खुशबू को
उस शर्ट के साथ तुम्हरा दिया हुआ इत्र लगा कर फिर से महसूस कर सकूं
कभी लगता हैं किसी को कह दूँ की हां
मैंने उससे मोहब्बत की थी और हाँ, मैंने ही उसे खो दिया
पर क्या करूँ,,तुम अगर सुन रही हो कहीं तो बस इतना जान लो
तुम्हें खोने के बाद शायद ,मैंने ख़ुद को भी बदल दिया
अब वो इंतजार नहीं होता मूझसे किसी और के लिऐ
और शायद वो प्यार कभी हों पाएगा ,बस अब जो भी होगा वैसा तो कभी नहीं होगा
बस अब कुछ ही जरुरते पूरे होंगी .......
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मेरे ही सामने होकर भी उसका
मेरे ना होने का हुनर
इतनी मोहब्बत के बाद भी यार
खूब उसका मोहब्बत ना जताने का हुनर
अचानक उदास होने पर
रखता हैं दूसरे पल मान जानें हुनर
मेरे कहानी सुनने का सब्र नहीं रखता
रखता है मेरे कंधे पर सोने का हुनर
उसके सवाल अच्छे होते हैं मगर
कमाल मेरे रोने पर उसका मनाने का हुनर
अपना कुछ बताया नहीं करता
हर बार ख़ुद को गलत बता कर
खुदसे मुझको दूर करने का हुनर .....-