जीवन में जब किसी को ज़्यादा एहमियत दी जाती है
उससे उस इंसान में घमंड आ जाता है
जिससे वो हर दूसरे इंसान को अपने से नीचा और कमज़ोर समझने लगता है
और उसका परिणाम यह होता है की वो कितने ही रिश्तों को खोखला कर देता है-
पहनकर तेरे प्यार का ताज
मेरा गुरूर सा बढ़ गया
इश्क़ ही कुछ ऐसे हुआ है तुमसे
तुम्हे एक झलक देखते ही
मेरा रूप और सवर गया-
एक चीज़ तो जान ली है अब तक हमने
यहाँ सिक्का उसी का चलता है जिसकी ज़ुबान तेज़ चलती है
सहमे दिल वाले बस सदमा बरदाश्त करने में रह जाते है-
चाहे जितना भी
आसमान की ऊँचाइयों को
छू लो तुम
याद रखना
परिंदा भी थक कर
ज़मीन पर ही आता है ।-
प्यार से प्यार को
सींचा है मैंने,
प्यार से प्यार को
बांधा है मैंने,
तुम भी ऐसे ही
सवारना हमारे
प्यार को ,
प्यार से प्यार को
संजोयेगें हम मिलके।-
दिखावा करना नही आता ,
शायद इसीलिए लोग हमे
पत्थर दिल समझ बैठे है।-
दिखावा करना नही आता हमे,
शायद इसीलिए लोग पत्थर दिल समझ बौठे है।-
तुझे उस उपरवाले को एक दिन तो जवाब देना ही पड़ेगा ,
इससे अच्छा
आज ही सच्चाई और अच्छाई के रास्ते पे चल ताकि, उससे जब भी मुलाकात हो,
तुझे खूद पे और तेरे कर्मों पे नाज़ हो ।-
Maa fir se teri godd me sona muj
Fir se tera chota sa bacchha banna hai muj-