कोई ज़िक्र करे सुंदरता का,
तो तेरा चेहरा नज़र आता है।
दिख जाए तू इक दफ़ा,
तो मेरे चेहरे पर नूर उतर आता है।
तेरी ख़ूबसूरती को बयान करते,
तो करते जैसे जौन,
हमारी क्या बिसात है?
हम हैं कौन?-
जो लिख सकूं कभी तो लिखूँ उसकी आँखें मैं,
वो जो देख उसे थम जाती हैं, वो साँसें मैं।।
लिखुं उसका मुस्कुराना कभी,
तो लिखुं कभी उसकी बातें मैं।।
वो उसका देख मुझे शर्माना लिखुं,
या लिखुं उसकी आदतें मैं।।
#Enchantress🧙♀️-
वो रिश्ता जिसे तुम भूल कर बैठे हो,
कभी उसके लिए रात भर रोते थे।
वो चेहरा जो अब शायद पसंद भी नहीं तुमको,
तब कहां उसे देखे बिना सोते थे।-
वफा ना कर सको, तो यूँ बेवफ़ा हो जाओ,
ख़ुद ग़लत हो के भी ख़फ़ा बेवजह हो जाओ,
कोई करे चाहे जितनी मोहब्बत तुमसे,
तुम अपनी फ़ितरत में बेशर्म बेवजह हो जाओ।-
न जाने लोग मुझे बेवफा क्यों कह रहे हैं, मैंने तो बस सामने आने वाले हर शक्श का इश्क मुकम्मल किया है।।
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वफाओं में रखा ही क्या है इन दिनों,
मज़ा तो बेवफा हो के अमर हो जाने में है।-
कुछ बाक़ी सा रह गया है, मुझ में शायद।
यह खालीपन मेरे अंदर से, जाता ही नही।।-
दर दर भटक रहा,
किसी के लिए वैरागी, तो किसी को लगा आवारा मैं,
न जाने कहां ढूंढ रहा अपने ही बिखरे टुकड़े..
"बेचारा मैं"।-
मैं बेबस सा था, तुझे न बताऊं तो खुशी कैसी,
तू ने फिर मुंह मोड़ कर मुझे मुक्त सा कर दिया।-
बचपन से ही चुनौतियां देखी, फिर भी बना एक नाम मैं,
रहा परेशान हर मोड़ पर, था तो आखिर इंसान मैं।
रह सकूं जो साथ किसी के, लाभ नहीं हूं हानि मैं,
पढ़ना किसी ने चाहा ही नही, यूं तो था खुद एक कहानी मैं।-