क्यों डर रहा है, कि हो जाएगी ख़ता,
महीनों, दिनों से पूछता है जब पता,
इंतज़ार, इंतज़ार ,बस बहुत हुआ दोस्त,
जब करता है उसे मुहब्बत तो, उसे बता।।-
Science lover
Physics lover
एक छोटा सा लेखक✍️✍️✍️😍😍
भूलने की बात तो न कभी आएगी,
यूँ याद करने का ऐतबार न कीजिये।।
हम तो रहते है दिल के कोने में कहीं,
यूँ हमें ढूढने का इश्तहार न दीजिये।।
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बहुत आँखों में आँखे बस तेरी,
जिनमें हंसी बाग़ महकता देखा।
यूँ ही थोड़े न मैं डूबने आ गया ऐसे,
तेरी आँखों में सागर छलकता देखा।-
पास आ गए हम बहुत, दूर रहते तो बात बनती,
आग की गर्माहट बहुत थी, हम बर्फ बनते तो बात बनती,
बिना उसे सुने न जाने क्या क्या कह डाला हमने उसे,
हम थोड़ा चुप रह जाते ,तो बात बनती।।-
बातें गूँजा करती थीं तुम्हारी कानों में कभी,
न जाने कहाँ चले गए तुम,
अब कभी कुछ लफ्ज़ मेरी इस मुर्दा रूह में फूंक दो,
तुम जानते नहीं, अब ये सन्नाटा ,बहुत चुभता हैं।।-
आगे चौराहों पर बहुत लोग मिलेंगे,
उनमें ढूँढ लेना कोई दर्द समझने वाला,
बढ़ना होगा तुम्हें उसके लिए कुछ आगे,
यहाँ के मुहल्ले में बस दर्द बिकता है।।-
सूखी बंजर जमीन, प्यास जिसे बरसों की,
कोई ऐसा बरसा की तरबतर हो गया,
लगा एक खुशखबरी सुना दूँ आपको,
किसी ने खबर ली और मैं खुश हो गया।।-
When a person starts lying to himself to hide the truth,
then there is no delay in starting his bad time.-
There is a lot of water in the sea but it is regrettable that it is not worth drinking.
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