मुझे दोबारा वक्त मिला है,
ज़िन्दगी बदलने के लिए।-
ठहरो,सुनो
अब तुम हरी चूड़ियाँ पहन लो ना,
मैं कई माह से सावन का इंतज़ार कर रहा हूँ।
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रोज़-ए-निकाह तुम रति हो जाना,
मैं बनूँ शिव,तुम पार्वती हो जाना।-
इश्क़ को आपके मैं इक़रार करता हूँ,
हाँ,मैं भी आपसे सच्चा प्यार करता हूँ।-
इस ज़माने को कर्ज़ देने आया हूँ,
मैं,
फिर अश'आर पेश करने आया हूँ,
मैं।-
तुमने किसी ग़ैर को जो चूमने की कोशिश भी की तो,
बनकर सर्द पवन मैं तुम्हारे होठों को ख़ुश्क कर दूंगा।-
तुम्हारे साथ मरने का मैं वादा कर नहीं सकता,
तुम्हारे साथ जीते-जी ज़ुल्फ़ों को रंगूँगा मैं।-
एक तरफ़।
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सारी सृष्टि एक तरफ़,
मेरी दृष्टि एक तरफ़।
सबसे मिलना एक तरफ़,
तुममे ढ़लना एक तरफ़।
सारी रातें एक तरफ़,
तुमसे मुलाक़ातें एक तरफ़।
सबका सजना एक तरफ़,
तुम्हारा कंगना एक तरफ़।
दुनियाँ अनूठी एक तरफ़,
तुम्हारी अँगूठी एक तरफ़।
सारी मज़बूरी एक तरफ़,
तुमसे ये दूरी एक तरफ़।
सारी गीता एक तरफ़,
तुम्हारी कविता एक तरफ़।
सारी हस्ती एक तरफ़,
तुम्हारी बस्ती एक तरफ़।-