परिस्थितियों से
पहाड़ों से
मन में उठे विचारों से...-
Mohit kumar Singh
(Mohit Singh 'LaL')
6 Followers · 16 Following
Joined 19 June 2020
26 MAR 2023 AT 12:02
नज़दीक आ कर मुझे सताना
मुझे सता कर यूँ दूर जाना
दूर जा कर मुझे रूलाना
मुझे रूला कर यूँ भूल जाना
भूल जा कर सपनों में आना
सपनों में आ कर यूँ मुझे जगाना
मुझे जगा कर छोड़ जाना
तुम्हारा यूँ नज़दीक आना
जैसे हो एक हसीन बहाना-
26 JAN 2023 AT 23:50
वो जो दिन गुज़रे थे तेरे साथ काश
उतने ही दिनों के बाद हम गुज़र जाते
-
2 JAN 2023 AT 0:23
वो दिन भी एतवार का
कितनों पर ऐतबार का
कितनों के इज़हार का
मेरा तो बस व्यापार का-
2 JAN 2023 AT 0:15
कि हमें दुःख हो रहा है
मैंने पहले ही कहा था
या फिर मुझे छोड़ो या सुख को
-
25 OCT 2022 AT 0:03
वो दीवाली क्या ही मनाए
जिसकी फुलझड़ी किसी और के
आँगन में रौशन को तैयार है।
-
24 OCT 2022 AT 23:46
हर रोज दीया जलाते है
तेरे आने से पहले
तेरे आने की ख़ुशी मनाते है
-
30 SEP 2022 AT 22:28
हर रोज आँखे खोल कर रात गुज़रती है,
एक रात आँखे बंद कर हम गुज़र जायेंगे।
-
27 SEP 2022 AT 21:48
हर छोटी बात जानना जरूरी होता है...
पूराना रिश्ता तोड़ने में
हर बात छोटी लगना जरूरी होता है...
-