Mohit Kumar   (Mohit(mk))
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7357769633@, WhatsApp
Mk
Joined 20 December 2016


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9 FEB 2023 AT 14:14

कुछ देर थम जा ऐ सूरज मेरी जिंदगी के....
फिर रात होने वाली है..||
आ ज़रा बैठकर सुन तू दो बोल ऐ जिंदगी...
फिर ये मेरी कहानी खत्म होने वाली..||
बहुत दिये है जख्म तूने हर मोड़ पर।
ज़रा सब्र कर ये आखिरी सांसे भी जाने वाली है...||
होना है रुक्सत इस जग से ..
कुछ पल खुशी के दे...ऐ जिंदगी..
फिर तो मुझे लेने मेरी मौत आने वाली है..|||

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22 DEC 2022 AT 18:43

जो जख्म भर चुके हैं,,
ऐ ज़िंदगी तू अब उन्हें हरा ना कर।
एक उमर लगी हैं इस दिल को समझाने में
तू याद दिला कर अब फिर बेचैन ना कर।।

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6 JUL 2022 AT 20:51

तुझको छोड़ कर पूरे शहर को पता है
की तुम ,, दिलनशी हो हमारी।।।।

जागते हैं तो हम सिर्फ तुम्हे देखते हैं ,
सोते हैं तो बस तुम्हे ढूंढते हैं।।

बस अफसोस यही हैं, की तुझे छोड़ के पूरे शहर को पता हैं की तुम दिलनसी हो हमारी।।।।

तुम ख्वाब हो , तुम हकीकत हो , तुम्ही जानिसार हो हमारी।।।
बस तुमको छोड़ के पूरे शहर को पता हैं की दिलनशी हो हमारी।।।।

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21 JAN 2022 AT 11:58

Jhuki - jhuki h ankhea ,
Halki -halki h muskan , yhi to मोहब्बत h humari..
Or
Issea jyada इज़हार ए मोहब्बत me , hum kya kahen ki tum jaan ho humari........

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4 JUL 2021 AT 7:40

ज़रा
हो सके तो कुछ देर थम जा ऐ जिंदगी ।
मेरे मेहबूब को जी भर के देखने तो दे।।

जिसे एक अरसे से नहीं कहा कोई अल्फाज़।
आज नम आंखों से उससे जी भर के कुछ बोल बोलने दे , ऐ ज़िंदगी।।

दर्द हमारे दिल में भी हैं, दर्द उनके दिल में भी हैं।
रोक लेता हैं , कौन इस दर्द को ।
ज़रा हमे भी तो देखने दे , ऐ - ज़िन्दगी।।

उम्र भर युही वीरानों में अकेला घूमा हूँ मैं।
ज़रा लिप्ट कर उनकी बाहों में, आज खुद को उन पर बिखर जाने तो दे ऐ- ज़िन्दगी।।

क्या कहूँ और क्या करूँ ऐ- ज़िन्दगी ?
आज भी उसका ही हूं और आज तक उससे कह ना पाया ऐ ज़िन्दगी

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1 MAR 2021 AT 9:19

सुन।
तू आज भी मेरे दिल में कहि हैं,
हक़ीक़त में तो नहीँ, पर ख़्वाबो में तो आज भी हैं।।

तूने छोड़ दिया हैं शहर तेरा ,
पर मेरी रूह आज भी तेरे मकान के आस पास ही कहि ह।।

मैं भूल गया चेहरा ख़ुद का ,
पर तुझसे जुड़े चहरे, याद आज भी सभी हैं।।

तुझे देखते देखते समय के साथ थम जाना ,
तुझे देख के साँसे बढ़ जाना,
मेरी सारी आदतें आज भी सभी वहीँ हैं।।

रुसवा होगी हैं , तू और ये मेरी ज़िन्दगी , पर प्यार तुमसे अज भी वहीँ हैं।।।

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27 JAN 2021 AT 8:10

तुम्हे हम से मोहब्बत हैं के नहीँ,,,,
ये हम नहीँ जानते ।
पर
तेरे संग होने कि सोच कर ही,,
मेरी साँसे भड़ जाती हैं।
मेरी चंचल ,बेसबऱ निग़ाह ,,,,
अचानक झुक कर, शर्म से भर
जाती हैं।
तुम्हें हम से मोहब्बत हैं या नहीँ हम नहीँ जानते,,,,,,
पर
तेरे संग गुजरें पल,,
मेरी ज़िंदगी भर की यादें बन जाती हैं।।।।।

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17 DEC 2020 AT 11:43

सुन
अक्सर तेरी यादों में कहिं खो जाता हूँ मै।
जैसे खुद में खो जाता हूँ मै।

इस शौर भरी ज़िन्दगी में,कहिं चुप हो जाता हूँ मै।
तू मुझसे दूर हैं पर,,
तेरा ना हो कर भी तेरा हो जाता
हूँ मै।।।।।

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26 JUL 2020 AT 21:44

सुन ,
बेचैन दिल, नम तरस्ती आँखों से तेरा इंतजार रोज़ करता हूँ।

खुलेआम ज़िक्र तुम्हारा नही करता अब,
पर
दिल की धड़कनों से घुफ्तगू हर शयाम करता हूँ।

तू खूश रहे ये सोच के,
हर दिन ख़ामोशी से निकाल देता हूं।
यू तो मुस्कान दिखती हैं मेरा चेहरे पे
पर
अंदर ही अंदर हर रोज़ मरता रहा हूँ।।।

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10 JUL 2020 AT 10:24

सुन
तेरे ना होने से ,
तेरी कमी बहुत खलती हैं आज कल।
पर
तेरे झूठे प्यार से तो सही लगती हैं आज कल।।

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