Insaan hi insaan ki dawa h,
Koi dukh deta h, to
Koi Sukun ban jata h
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मैं कैसे हार जाऊ अपनी तकलीफों के आगें,
मेरी तरक्की की आस मे मेरा बाप बैठा है!-
तुझे देख कर अब मैं
रुकता नही,
माँ के अलावा अब
किसी के सामने झुकता नही...-
उदासी न आये चेहरे पे
क्या
पता इस हार मे ही छुपा हो
मंजिल तक पहुँचने का रास्ता........-
जिन्होंने ठुकराया हैं मूझे
उन्हें आम कर दूँगा
और
जो लोग हँसते हैं मेरे वक़्त पर
मैं उसे भी आसमान कर दूँगा!-
अब मैंने लोगों से उम्मीदें रखना छोड़ दिया है।
एक बेवफ़ा आयी थी मेरी जिंदगी में
उसनें मुझे पूरी तरह से तोड़ दिया था
पर मेरी माँ के आँचल ने मुझे विखरने से समेट लिया!
(Love❤😘 you 💕माँ💕)-
वो चाहें आँसू का कतरा हो
या कोई चेहरा
जो एक वार दिल से उतर गया
तो समझो जिन्दगी से दफ्फा हो गया-
मैं तेरे सारे ग़मो को समेट लूँगा
हौसला रख,
मैं बहुत जल्द तेरे पास चलाऊंगा-
ख़ुद ही तन्हाईयों का बोझ
उठाना होगा
चल मेरे दिल,
इस दुनिया मे तुझे
फ़िर से मुस्कुराना होगा!-