कोई नहीं जानता अगला moment क्या होगा
इंसान बनाता है और भगवान एक पल सब बिगाड़ देता है
अपने हिसाब से आप Best कर रहे हो फिर भी किसी को पसंद नहीं आ रहा
तो ʏᴏᴜ ᴄᴀɴ'ᴛ ʜᴇʟᴩ ɪᴛ...-
जिस चमक से सिर्फ अपना अशयाना सजाने बैठ थे
वो चमक स्वं ही दुसरो के महलो को चमकाय आँख बर्खाएं रोशन करे बैठ है-
ab humse jyada jinki tumko jarurat hai
wo acche nh humae bas Khubsurat hai-
जिनके मान - सम्मान के लिए हम लड़े है
वो स्वयं बदनाम होने का आरोप लगाये बैठे है-
इतना बुरा लगता मेरा स्पर्श
मेरे हाथ लगाने से है आपको हर्ज
मै सिर्फ निभाता हूँ भाई का फ़र्ज
कैसे करू इस समय का मर्ज-
अब तो रिश्ता सिर्फ वही रहेगा
जो जान से ज्यादा जवान का पक्का हो-
तुझे..... यह तेरे कंजर्फ फेशले
एक दिन बहुत रुलायेंगे......क्योंकि
शायद..........तब आप हमसे नजर न मिला पाएंगे-
दिल चाहता है रूस जाऊ अपनी एहमियत याद दिलाऊ
पर, दिमाग़ कहता तु ठुकराया है. कोई तुझे मनाएगा क्यों-
ख़ुश रहे जमाना यही दुआ हैँ
सभी बुराइयाँ मुझमे हैँ
यह मुझे सजदे मे मिला है-
जहाँ जिसको जो मन भाए वो उसको मुबारक
अब हमने "परवाह शब्द " से रुस्वाई कर ली हैँ-