मिज़ाज की मोहताज हैये भीड़ भारी !!हंसते चेहरों को हंसाने में लगी है दुनिया सारी ।।।। -
मिज़ाज की मोहताज हैये भीड़ भारी !!हंसते चेहरों को हंसाने में लगी है दुनिया सारी ।।।।
-
शुक्रगुज़ार तमाम उन मंज़िलों काजो क़ामिल हुई ....रही अधूरी जो ख़्वाहिशें उनसे खुबसूरत भला क्या !!!! -
शुक्रगुज़ार तमाम उन मंज़िलों काजो क़ामिल हुई ....रही अधूरी जो ख़्वाहिशें उनसे खुबसूरत भला क्या !!!!
शहर की चौखट मेंगांव के क़दमों की महक लाना ,,,,जैसे नमक के स्वाद कोमहफ़िल में चीनी सा बताना ।।।। -
शहर की चौखट मेंगांव के क़दमों की महक लाना ,,,,जैसे नमक के स्वाद कोमहफ़िल में चीनी सा बताना ।।।।
अंधेरों से की गई मोहब्बत.....उजालों को समझने की ताक़त देती है ।।। -
अंधेरों से की गई मोहब्बत.....उजालों को समझने की ताक़त देती है ।।।
ग़म-गुज़ार और फिर एक जैसा बीमारढूंढने चला तो चारों ओर बाज़ार ।।बिक रही है हवा-ए-आबरु भी सब दुकानदार और सब लाचार ।।।। -
ग़म-गुज़ार और फिर एक जैसा बीमारढूंढने चला तो चारों ओर बाज़ार ।।बिक रही है हवा-ए-आबरु भी सब दुकानदार और सब लाचार ।।।।
ये भी तो ज़्यादती रहेगीऔरतों के साथ !!!कि मर्दों के बराबर उनकोअनसुना क्यूं ना किया जाए ।।।। -
ये भी तो ज़्यादती रहेगीऔरतों के साथ !!!कि मर्दों के बराबर उनकोअनसुना क्यूं ना किया जाए ।।।।
वो चारा-गर साबित हो सकता है मेरा ,,,तवज्जो मुलाकात को दे, इंतज़ार को नहीं ।।मेरा दम निकालने की तारीख़तय कर चुका है वो लगभग ,,,,ग़र अहमियत बीमारी को दे, बीमार को नहीं ।।।। -
वो चारा-गर साबित हो सकता है मेरा ,,,तवज्जो मुलाकात को दे, इंतज़ार को नहीं ।।मेरा दम निकालने की तारीख़तय कर चुका है वो लगभग ,,,,ग़र अहमियत बीमारी को दे, बीमार को नहीं ।।।।
ख़लल ना पड़े इबरत लेने मेंमैं वो जहां चाहता हूं ,,,,नादान है, इंसान है ....सुनने को मिलता हैमैं जहां जहां जाता हूं ।।।। -
ख़लल ना पड़े इबरत लेने मेंमैं वो जहां चाहता हूं ,,,,नादान है, इंसान है ....सुनने को मिलता हैमैं जहां जहां जाता हूं ।।।।
शामें अधूरी वही रहींजिनमें तुमसे बात ना हुई !!!हुई जिसमें बातेंउनमें दिन भी दोगुने पूरे हुए ।।।।। -
शामें अधूरी वही रहींजिनमें तुमसे बात ना हुई !!!हुई जिसमें बातेंउनमें दिन भी दोगुने पूरे हुए ।।।।।
ख़ुदा मान बैठे हो ख़ुद कोफ़क़त इतनी सी जीत पर !!!सांझ ढलने तक सवाल तमामतुम्हारे हिस्से होंगे ।।।। -
ख़ुदा मान बैठे हो ख़ुद कोफ़क़त इतनी सी जीत पर !!!सांझ ढलने तक सवाल तमामतुम्हारे हिस्से होंगे ।।।।