Mohd Sheeban   (Mohd Sheeban)
2.5k Followers · 214 Following

चंद अल्फाज मुझे बयां नहीं कर सकते।
Joined 2 November 2019


चंद अल्फाज मुझे बयां नहीं कर सकते।
Joined 2 November 2019
9 JUN AT 22:37

इश्क़ तो वो एहसास है,
जिसमें महबूब दूर होकर भी पास है

-


9 JUN AT 13:14

रात अक्सर ख़ामोशी मुझे जगा देती है
रात अक्सर तेरे ख्याल मुझे सोने नहीं देते।

-


9 JUN AT 0:11

ख़ामोशी की आवाज़ जब गूंजती है
तो शोर भी ख़ामोश हो जाता है।

-


5 JAN AT 23:08

Ijazat tak na mangi usne mere dil se 

Wo aaya aur meri dhadkan ban gya

-


2 JAN AT 22:16

Yaar tu kabhi kabil-e-aaitbaar na tha,
Tu izhar krta tha magar tujhe pyaar na tha

-


2 JAN AT 21:25

रुकती हुई सी साँसें भी तेरा नाम लेती हैं
अब तो आजा कि आखिरी सलाम कहती हैं

-


1 JAN AT 0:46

दर्द-ए-दिल सुनाएं किसको
जख्म-ए-दिल दिखाएं किसको
काबिल-ए-ऐतबार तो कोई नहीं
फिर प्यार भला जताएं किसको।

-


1 JAN AT 0:31

Log kehte hain Naya saal hai sogaat lekr aayga,
Mujhe to lgta hai ye bhi bas teri yaad lekr aayga.

-


1 JAN AT 0:21

कोई शिकायत नहीं मुझे तुम्हारी शिकायत से,
यह हक भी तुमने बहुत पहले ही खो दिया।

-


1 JAN AT 0:12

बेबसी का आलम तो क्या ही पूछिए,
सामने बैठे हैं उनके और खामोश हैं।

-


Fetching Mohd Sheeban Quotes