Mohd Sarfaraz   (mohd_sarfaraz_07)
81 Followers · 2 Following

read more
Joined 27 February 2019


read more
Joined 27 February 2019
25 JUL 2023 AT 11:09

इंसान गुनाह करते समय गुनाह से नहीं डरता,
गुनाह के खुलने से डरता है,,

-


3 JUL 2023 AT 12:44

अगर मैं हूं नफरत के काबिल, तो
हिचकिचाए मत बेशक कीजिए,

-


25 JUN 2022 AT 5:51

कुछ लड़के
जब खुल कर रो नहीं सकते,
तब निकल जाते हैं सैर पर
अपने दुखों का हाथ पकड़ कर
और फिर लौटते हैं अपने होंठों पर
एक सुंदर मुस्कान ले कर,,

-


17 APR 2022 AT 22:21

किसी मकाम पे पहुंचने के लिए कई रातें काटनी होती हैं
किसी बस या रेलवे स्टेशन पे !!

-


8 NOV 2021 AT 11:08

पता ही नहीं चलता यहाँ अपना कौन है,
अगर सब साथ हैं तो फिर बदला कौन है,,
जाने वाले तो चले जाते हैं,
फर्क इससे पड़ता है कि वापस पलटता कौन है,,
किस खयालों में गुजर जाती है शाम मेरी,
समझ नही आता दिमाग में चलता कौन है,,
जानना हो की तुम्हारा भी है क्या कोई,
तो ये देखना की तुम्हारी आंखे पढ़ता कौन है,,
हर बार ये ज़रूरी नहीं की तुम समझो उसको,
अब ये समझो की तुम्हे जरूरी समझता कौन है,

-


7 NOV 2021 AT 10:34

मेरी नींद, चैन, भूख
प्यास सब लोग क्या,
इश्क के बदले अब
मेरी जान लोगे क्या,,

यूं जुल्फें बिखेरे चले
आते हो हर शाम,
सरेआम मेरे कत्ल का
इल्ज़ाम लोगे क्या,,

यकीन कब आयेगा
मेरी चाहत का तुम्हें,
तीन चरणों वाला कोई
इम्तेहान लोगे क्या,,

-


4 NOV 2021 AT 15:58

पुरुष
स्त्री से प्रेम करे,
और थोड़ा स्त्री हो जाए,
दुःखदायी है
एक पुरूष का,
ताउम्र पुरुष रह जाना,,

-


2 NOV 2021 AT 14:42

मैं जिंदगी लिखूं तो तुम
अपना साथ समझना,
मैं सुकून लिखूं तो तुम
अपने हाथों में मेरा हाथ
समझना,
मैं रात लिखूं तो तुम्ही हो
मेरा हर ख्वाब समझना,
मैं मोहब्बत लिखूं तो तुम
मेरे दिल पर अपना राज़
समझना,,

-


2 NOV 2021 AT 10:43

कुछ लोग प्रेम में
तट पर खड़े वृछ
जैसे होते हैं,
जो हमेशा करते हैं
इंतजार नदी के
वापस आने का,
नदी वापस नहीं आती
और वो बन जाते हैं
सूखा वृछ का ठूंठ,,

-


25 OCT 2021 AT 23:31

Love Me
Or Leave Me Alone...
Lift Me Up...
In Your Arms
Or Let Me Down Slow...
Love Me
Lead Me Home...
Or Leave This Place
Without A Trace
If You Have To Go...

-


Fetching Mohd Sarfaraz Quotes