خاموش رہنے پر الزام لگے مجھ پر
بولنے پر نہ جانے کیا عالم ہوتا
ख़ामोश रहने पर इल्ज़ाम लगे मुझ पर
बोलने पर ना जाने क्या आलम होता-
शक
इंसान के दिमाग़ में शक किसी पर उस वक़्त जगह पाता है जब उसके दिमाग़ मे यक़ीन कमज़ोर पड़ गया हो अगरचे वह उस शक से बरी हो अगर शक को बर वक़्त नज़र अंदाज़ ना किया जाय तो शक करने वाला गुमराह हो जाता है
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درد ایسے بھی ہیں جنکا کوٸی درماں نہیں
سہنے کے سوا انکا کوٸی ساماں نہیں
दर्द ऐसे भी हैं जिनका कोई दरमाँ नहीं
सहने के सिवा इनका कोई सामाँ नहीं-
जो कुछ न थे वह बहुत कुछ हो गए
जो बहुत कुछ थे वह क्या से क्या हो गए
جو کچھ نہ تھے وہ بہت کچھ ہو گئے جو بہت کچھ تھے وہ کیا سے کیا ہو گئے-
जिस तरह पानी में रहकर मगरमच्छ से पंगा लेना अच्छा नहीं है इसी तरह घर में रहकर बीवी से पंगा लेना भी अच्छा नहीं है मगरमच्छ हड्डियां चबा जायगा और बीवी बोटियाँ
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ज़िन्दगी अगर तीन उसूलों पर गुज़ारी जाय तो चैन सुकून से गुज़रेगी
1. कम खाना
2. कम सोना
3. कम बोलना
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نہ نماز آتی ہے مجھ کو نہ وضو آتا ہے
سجدہ کر لیتا ہوں جب سامنے تو آتا ہے-
सुकूने दिल अगर चाहते हो ज़िन्दगी में
दूर रहो हमेशा हसीनो की मुहब्बत से-