उस जहाँ का करेगा क्या कोई
जिस जहाँ में न आश्ना कोई
आपका तो ये है जहाँ सारा
मेरा रब के नही सिवा कोई
आसमाँ को यूँ देखते हो क्यों
आसमाँ से क्या आ रहा कोई
कोई सीने से गैर हाजिर है
जाओ जाकर करो पता कोई
चाँद तारों की देखो ज़िद छोडो
चाँद तारे न ला सका कोई
ऐब ही ऐब हैं फक़त मुझमें
तुमसा साजिद न पारसा कोई-
धडकने खामोश होके रह गई!!!
ये वादा कर गये है ,ख्वाब मे तशरीफ लायेगें
मयस्सर है नही नींदे ये पूरा इल्म है उनको !
یہ وعدہ کر گئے ہیں، خواب میں تشریف لائیں گے
میسر ہیں نہیں نیندیں یہ پورا علم ہے انکو!-
अगर खालिस हवा होती तो वो छत पर निकल आते
हवा भी आई तो कुछ धूल पत्ते साथ ले आई
اگر خالص ہوا ہوتی تو وہ چھت پر نکل آتے
ہوا بھی آئی تو کچھ دھول پتّے ساتھ لی آئ-
माना के चार रोज़ की होती है ज़िन्दगी
ये कैसे चार रोज़ जो काटे नही कटते-
बीच मझधार में ये वापसी की ज़िद कैसी
तुमको कुछ दूर ही चलकर के उतर जाना था
-
दिल ने हर शख्स को दिल में ही बसाना चाहा
दिल है शीशे का तो शीशे का बिखर जाना था-
ज़िन्दगी ने तुम्हे थका डाला ?
तुमने शायद खुदा भुला डाला!
زندگی نے تمہیں تھکا ڈالا ؟
تمنے شائد خدا بھلا ڈالا !-
बिन तेरे यार कैसे सवारूँ मैं ज़िंदगी
अब तू ही बता कैसे गुज़ारूँ मैं ज़िंदगी
-
खुद को क्या से क्या बना कर रख दिया
आइना देखा हटा कर रख दिया
उनकी राहों में उजाले के लिए
हमने खुद को ही जला कर रख दिया
दूसरे दिन ही सही आये तो हम
तुमने दो दिन में भुला कर रख दिया
फोन आया आप के घर आ रहे
इतना सुन के घर हिला कर रख दिया
फ़िक्र साजिद रोज़े महशर की करो
तुमने क्या ऐसा कमा कर रख दिया-