Mohd Amir   (@Amir ✍️)
229 Followers · 81 Following

गुलाब ख़्वाब दवा ज़हर जाम क्या-क्या है
मैं आ गया हूँ बता इन्तज़ाम क्या-क्या है
(राहत साहब)
Joined 15 April 2019


गुलाब ख़्वाब दवा ज़हर जाम क्या-क्या है
मैं आ गया हूँ बता इन्तज़ाम क्या-क्या है
(राहत साहब)
Joined 15 April 2019
10 JAN 2023 AT 14:56

ज़हर पी के दवा से डरते हैं

-


5 JAN 2023 AT 20:17

रात पूरी गुज़ार दूँ तुझसे बात करके
तू एक बार कह दे तेरे बिना नींद नहीं आती

-


3 JAN 2023 AT 11:19

मैंने ज़िंदगी से किसी को नहीं निकाला
सब ऐतबार के हादसे में मर गये

-


1 JAN 2023 AT 23:28

अंदाज़ मुझे भी आते हैं नजर अंदाज़ करने का
मगर तू भी तकलीफ से गुजरे ये हमें ग्वारा नहीं

-


1 JAN 2023 AT 23:11

तन्हाई ये नहीं कि आप अकेले में हैं
तन्हाई ये है कि मैं भरे शहर में अकेला हूँ

-


30 DEC 2022 AT 17:07

अगर तुम कुछ पहर रुकती >तो
तुम्हें मैं कुल जहां लिखता,
चमन लिखता, घटा लिखता,
तुम्हें मैं आसमाँ लिखता,
सुबह लिखता मैं शामों की,
तुम्हें कोई सुनहरा सा शमां लिखता,
सितारा तुमको लिखता मैं,
तुम्हीं को कहकशां लिखता,
भुला के सारी दुनिया को तुम्हें मैं मन की चाह लिखता

-


30 DEC 2022 AT 16:58

आज उनका दीदार हुआ
जिनका कई दिनों से इंतजार था

-


29 DEC 2022 AT 16:51

मेरे हमनवां मेरी ख्वाहिशें,
मेरी मिन्नतें तेरे नाम हैं

-


29 DEC 2022 AT 16:47

खामोशी मिजाजी तुम्हें जीने नहीं देगी

-


27 DEC 2022 AT 18:04

उसे कहना मुझे उसके बिना रहना नहीं आता
बहुत कुछ दिल में आता है मगर कहना नहीं आता

-


Fetching Mohd Amir Quotes