मोहब्बत मुख्तसर भी हो तो
भूल जाने में जिंदगी बीत जाती है
💔-
कल रात ख्वाब में कुछ यूं देखा ...
तुम आ तो गए थे मिलने, मगर मुझे दफना दिया गया था-
” वो सच ही तो कहता था कि हमेशा देर की मैंने
जरूरी बात कहने में, कोई वादा निभाने में,
उसे आवाज देने में ,उसे वापस बुलाने में,
हमेशा देर की मैंने
हा में जानता हूं वो सच कह गया था..
तुम्हें मिलने से पहले और तुम्हें पा लेने तक
फिर क्यों देर की मैंने "
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ये ना आबाद वक्तों में,दिले नाशाद में होगी
मोहब्बत अब नही होगी, ये कुछ दिन बाद में होगी
गुजर जायेंगें जब ये दिन,ये उनकी याद में होगी. !-
{मुझे एक बात समझ मे नही आ रही}
🤔
जिसने इतनी शिददत से मोहब्बत की हो
उसपे दूसरी मोहब्ब जायज़ होती है
और अगर जायज़ होती है तो उसमें
किसी को देने के लिए बचता क्या,-
बेहद चाहने से क्या होता है
नसीब भी होना चाहिए
किसी का प्यार पाने के लिए ...
😒-
वो मुझे देखता रहता है बड़ी हसरतो से
उसको अंदाज़ा तो है दिल से वो उतरा कैसे-
Yaha har shakhs khush rahne ke kiye pareshan hai🤔
Or ek hum hain ki gamjada hue bethe hain 😏-