6 AUG 2019 AT 3:34

द्वंद्व कहाँ तक पाला जाए,
युद्ध कहाँ तक टाला जाए,
तू भी है राणा का वंशज,
फेंक जहाँ तक भाला जाए ,
दोनों तरफ़ लिखा हो भारत,
सिक्का वही उछाला जाए..!
(वाहिद अली वाहिद)

- AZहर