Tujhe chhu kr ye phool bhi itra rhe h
Teri khubsurati k kisse ye bhanwre bhi ga rhe h
Kaha milti h itni saadgi or noor chehre pr
Dharti p dekh k tujhe, aasman k farishte bhi pachhta rhe h-
It's all about fate
real.altaf
आते जाते ही सही पर दीदार दिया कर
गुस्से मे ही सही पर बात किया कर
मेरे पास एक तू ही है नालायक
इसलिए जरा खुद का ध्यान रखा कर-
तस्वीरों में खुदा ढूंढते ढूंढते इंसानियत भी भूल गए
कुछ लोग इतने मशरूफ हुए ईश्क में की घर में बैठे खुदा भूल गए-
तेरी दोस्ती को चांद कहता लेकीन उसमे भी दाग है
तुझे सूरज भी कहता लेकीन उसमे भी आग है
तुझे बंदरिया मैं कहता लेकिन कमबख्त उसमें भी दिमाग हैं-
मेरे मुकद्दर में सब था बस तू ना थी
समंदर पास में था लेकिन प्यास ना थी
बहरहाल कम होता है मेरा जाना बाहर
वरना मिलने को ज़माना बैठा है
बस मुझमें आस ना थी-
कैसे कोई बेगाना अपना बन जाता है
कैसे कोई अंजना हमको दीवाना कर जाता है
कसमें वादे तो खाता है बहोत
वक्त आने पर बहाना कर जाता है-
ऐसे ख़ामोश क्यू हो कुछ तो बोलो ना
कभी किसी मुसाफिर के लिए दिल का दरवाज़ा खोलो ना
मोहब्बत हो जाए तो ना कहना किसी से
कब तक यूं अकेली रहोगी कभी तो मेरे कंधे पे सर रख के सो लो ना-
तुझसे इतनी मोहब्बत है जितने आसमान में तारे
बस तू एक चांद है बाकी सब है तेरे आगे फीके नज़ारे-
Koi samjhe na samjhe tum samajh jana
Ishq ki raaho m tum behek na jana
Dusro ki nazar na lag jaye tumhe meri jaan
Tum gazra lga k phoolo si mehak na jana-