यही कॉलेज के हमारे कुछ आखरी दिन चल रहे है,
साल महिनों मे और महीने दिनों मे ढल रहे है,
सबकी पलकों तले,छोटे- बड़े कई ख्वाब पल रहे है,
यादों के पिटारो से हर दिन एक एक करके निकल रहे है,
जो 1 साल मे टूटे थे रिश्ते कई,वो भी अब झल रहे है,
क्योंकि यही कॉलेज के हमारे कुछ आखरी दिन चल रहे है।।
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