प्यार की जरूरत सबको होती है
कोई खेलता है
तो कोई झेलता है।।
कसूर किसी का नहीं होता है।।-
क्या बेवफा की आपने जो हमें रूला दिया
कोन था वो किरायेदार जिसको आपने पता लिया
उसूल वो वादे कसमें, ना जानें क्या क्या किए थे
ऐसा क्या था जो उस किरायेदार मैं पा लिया।।
आजकल का प्यार लैपटॉप की तरह है विंडो अपलोड है चलता है
जरा सा वायरस विंडो को उड़ा देता है।।,
इसलिए पहले ही चेक करते रहें और एंटीवायरस एडवांस में ही साथ रखें।।-
वैसे आजकल सादीसुदा लोग ज्यादा इश्क़ कर रहे हैं
पता नहीं अख़बार इनकी प्रेम कहानियों से और इनके कारनामों से higlight रहता है।।
अनपढ़ भी समझ जाता है।।-
कुछ लोग शांत है लेकिन
सच बोलूं वहीं इंसान हैं।
क्योंकि आजकल नाटक वालों की तो कमी ही नहीं है।।-
आपके विचारों की आंधी ही आपको कुछ करने के लिए तैयार करती है।
वरना सोच तो हर किसी के पास पड़ी है।।-
लोग क्या कर रहें ऐसा बिल्कुल भी मत करना
बस आप भगवान से डरना
क्योंकि वो सभी की जरूर सुनते हैं।।
नहीं तो आजकल तो लोग अंधे हुए पड़े हैं
पैसे की आंधी में बुराई से सटे खड़े हैं।।-
माना की हम यार नहीं
लेकिन किरदार तो बन सकते हैं।
और सच्ची मोहब्बत किरदार पर टिकी होती है
वरना जाली लोगों को खेलने की पड़ी है।।-
दिल में जो दर्द है उसे दिखाना भी खता है
और उसे छिपाना भी सजा है।।
क्या करें छिपा लें या
या समझा दें।।-