6 NOV 2020 AT 10:45

दुपट्टा जो अटका कलाई में कम्बख्त बेवजह ही साथ चला आया,
निगाहें ढुंढती रह गई उस चेहरे को जिसे देखने का ख्याल दिल में आया।

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