मेरी खताए भूल,
तूने मुझे अपनाया है।
साथ तो सब है,
पर सबसे करीब बस तुझको पाया है।
मेरी अस्तित्व????? ,
तेरे होने से आया है।
हर रिश्ता भूल,
आपको अपना पाया है।
कौशल मुझे सच्चा प्यार करना......
सिर्फ तुमने सिखाया है।-
इतनी ताकत नहीं वो जिस्मों में,
जितनी ये कलमें बोला करती है।
बम के गोले का तो पता नही,
पर ये लिखावट जिस्मों को छल्ली करती है।।
-
मेरी रूह पे तेरे जिस्म को झुकना ही था।
बनके मेहेक मुझे तेरी बाग का घुलना ही था।
तुझे मुझे हम बन के एक दिन मिलना ही था।
ये सब हुवा इसकी वजह बस इश्क़ था।
-
कितनी बाते होठों पर दबी पड़ी है
कितनी यादें नैनो में भरी पड़ी है
अब बस इन्तजार है उस वक्त का
जब तू राज हो मेरे मेहकते रंग का-
सुना है बेटा कंधा देते,
पिता के अपने जनाजो का।
छिल गयी मेरी छाती देख,
चिथरे उनके बेटो का-
मे सब को थी बताती,
तु जन्मों की थी साथी।
ना खून का था रिश्ता,
फिर भी बहने हम कहाती।
फिर छोर गयी क्यु मुझे तु,
तन्हा अकेला यू।
केसे जियु तुम बिन यहा,
तु ही बता दे क्यु-
मे सब को थी बताती,
तु जन्मों की थी साथी।
ना खून का था रिश्ता,
फिर भी बहने हम कहाती।
-