"अन्धविश्वास"
धर्म के आड में छुपे हैं
लाखों अधर्म के पुजारी
छीन कर मासूमों के जान कहते हैं
खुद को ईश्वर के आज्ञांकारी ....-
Jay Jagannath 🙏
Wish me on 2nd may
हर कोई बदलता है समय के साथ और कुछ लोगों को
बदलने के लिए समय की जरूरत
ही नहीं। भले ही वह समय बीत गया हो, हम अपनी
आज में भी जीते हैं और कल में भी........-
जो प्यार सायद कभी
पहंच नहीं पाया आप तक
उसे महसूस कर लिया स्याही ने
जो जज्बात सीमित था हमारे दिल तक
उसे अल्फ़ाज़ का रूप दिया कलम ने
❤️❤️❤️❤️❤️-
इतनी आसान नहीं है यह ज़िंदगी
जितनी दिखती है
हमारी मानिए जनाब,
अपनी परछाई पर भी भरोसा मत कीजिए.......-
*यह है ज़िंदगी*
कोई यहां जीता है मोहब्बत से
कोई जीता है अपनी मोहब्बत के साथ
कोई जीता है ख्वाबों के सहारे अपनी ज़िंदगी
और किसी पे भारी पड़ जाता है यह बंदगी
ग़म को मुस्कुराके सामना करना
ख़ुशी के आंसू बहाना
यह सब खेल है नियति का
मोहब्बत से हार कर भी जितना
नियम है इस संसार का
अनकही बातों को दिल में जगह देना
एक अदृश्य छबि को सोचते रहना
हमारे समझ से परे है इस ईश्वर के रचना
हम तो बस निकले हैं इस छोटी सी ज़िंदगी के बड़ी सी महासागर में सफ़र करने के लिए
मंज़िल हासिल करने नहीं, अपनी ज़िंदगी को अपनी हिसाब से जीने के लिए-
कांटों की राह पर फूलों की बरसात हो तुम,
ज़िंदगी को जो महका दे वह खुशबु हो तुम
मेरी ज़िंदगी हो तुम ......-
*कास वह वक़्त लौट आए*
एक वक़्त था ऐसा
जब हम भी इश्क़ करते थे किसी से
एक वक़्त था ऐसा
जब हम भी डरते थे किसी को खोने से
दोस्त के तलाश में , दोस्ती कर बैठे खामोशी से
रोशनी की तलाश करते करते मोहब्बत हो गई है अंधेरे से
सब पास तो है मगर साथ नहीं
ज़िंदगी तो है मगर जीने की उम्मीद नहीं
अपनों के बीच अब खो जाते हैं
किसी के तलाश में हम सब से बिछड़ जाते हैं
अब न ही हमे मोहब्बत है इस ज़िंदगी से
न ही डर है हमे मौत से .......-