जो सब में बट जाए, वो अखबार ना बन,
कोई तुम्हे आसानी से पा ले, इतनी आम ना बन,
ठीक है अगर हो गयी है कुछ गल्तिया तुझसे,
तो अब उन्हे तुम बार बार तो न कर,
बन कर देख तो जरा तु गुरूर अपने भाई का,
उसके विशवाश को यार तू यू जार जार न कर
और सुनो सब खबर है उसे तुम्हारी,
झूठ बोलकर, अपनी हरकते छिपाकर तुम सच्ची नही बन पाओगी,
दिया है तुमने उसे धोखा एक बहुत ही गलत इन्सान के लिए इस गम से एक दिन तुम खुद बाहर नही आ पाओगी,
रूलाया है तुमने उसे,,, ये सोचकर तुम एक दिन खुद हंसना भूल जाओगी,
पछताओगी खोकर तुम अपनी परछाई (भाई) को एक दिन, जब तुम उसका विशवास वापस नही पा पाओगी,
ऐ लडकि ना दुखाः दिल उसका तु, जिसका दिल ही तेरे लिए धड़कता है
पगलि है तु सुन, तुझे उसका प्यार बन्दिश लगता है
नही जानती तु अभी, सिर्फ वही है दुनिया में ऐसा जो तेरी आजादी के लिए लड़ता है।
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