26 JUN 2017 AT 23:53

वो दर्द की रात बड़ी भारी थी
खाली था पेट और सर पर बारिश दोधारी थी
कहाँ जाता वो बचपन रेंग कर , उम्र से बड़ी उसकी जिम्मेदारी थी

- मिनाक्षी -एहसासनामा