माता-पिता को यह अति आवश्यक है कि बालक को अच्छा सदाचारी, धर्मात्मा, देश तथा प्रभु-भक्त अध्यापक के हाथ में अर्पण करें अन्यथा दुर्व्यसनी, नीच अध्यापक के हाथ में बालक को देकर, बालक के उत्तम जीवन को नष्ट न करें।
🙏प्यारे बालक तथा बलिकाओं🙏 तुम्हारे जीवन का प्राण, बल, वीर्य्य का मूल श्रोत आदर्श चरित्र बनाने वाले भारत का उत्तम रत्न "गौ" है। "गौ" की सेवा और रक्षा करना तुम्हारा परम धर्म है। तुम्हें गौ रक्षा अवश्यमेव करनी चाहिए।।
कुछ समय तक एकांत मे एकाकी बैठकर सूक्ष्म-सूक्ष्म विषयों को लेकर विवेचन नित्य नियम से किया करें। बुद्धि बढ़ने का यह उत्तम साधन है। यह बुद्धि का व्यायाम है।।